राजस्थान में गरमाई राजनीति: बेचारी' टिप्पणी पर दीया कुमारी ने कांग्रेस की महिला विरोधी मानसिकता पर उठाए सवाल?
राजस्थान में गरमाई राजनीति

राजस्थान की वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के खिलाफ कांग्रेस विधायक अमीन खां की टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है। अमीन खां ने दीया कुमारी के बजट भाषण के दौरान "बेचारी" शब्द का उपयोग किया, जिससे उनके कार्यक्षेत्र पर सवाल उठ गए। इस टिप्पणी को विधानसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया, लेकिन यह मुद्दा अभी भी गर्म है।

दीया कुमारी का तीखा जवाब

दीया कुमारी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कांग्रेस की मानसिकता उनके नेताओं के बयान से स्पष्ट दिखाई देती है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब भी इन लोगों ने महिला विरोधी बयान दिए थे। एक समय, कांग्रेस के मंत्री शांति धारीवाल ने राजस्थान को "मर्दों का प्रदेश" कहा था और आज कांग्रेस के विधायक एक महिला वित्त मंत्री के लिए "बेचारी" शब्द का उपयोग कर रहे हैं, जिससे यह जाहिर होता है कि उन्हें एक महिला को इस उच्च पद पर देखना पसंद नहीं है। उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि भाजपा ने महिलाओं को उच्च पदों पर स्थापित किया है, चाहे वह केंद्र सरकार में हो या राज्य सरकार में, और यह कांग्रेस की छोटी और गिरी हुई मानसिकता को दिखाता है।

कांग्रेस पर सनातन विरोधी होने का आरोप

दीया कुमारी ने कांग्रेस को सनातन विरोधी गठबंधन का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने साधुओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। दीया कुमारी ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह गठबंधन हमेशा से सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ रहा है और अब भी वही कर रहा है। उनका कहना है कि कांग्रेस ने पहले भी सनातन और हिंदू धर्म के खिलाफ बयान दिए थे और आज भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

जिसकी पत्नी भाग जाए, वह कमजोर…

पिछली सरकार के समय विधानसभा में बलात्कार के आंकड़ों पर चर्चा हो रही थी, तब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने राजस्थान को "मर्दों का प्रदेश" बताया था, जिससे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर सवाल उठे थे। इसी प्रकार, कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने सदन में महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर ठहाके लगे थे। उन्होंने कहा था कि "राज और बीवी आने के बाद जाने नहीं चाहिए" और यह भी कहा कि जिसकी पत्नी भाग जाए, वह खुद कमजोर है और जिसका शासन चला जाए, वह भी कमजोर है। इन घटनाओं ने कांग्रेस के नेताओं की महिला विरोधी मानसिकता को उजागर किया है और साथ ही दीया कुमारी ने भाजपा द्वारा महिलाओं को उच्च पदों पर स्थापित करने की पहल की सराहना की।