राहुल गांधी के बयान पर मचा बवाल: जाने अमेरिका की धरती से ऐसा क्या बोले राहुल जिससे उपजा विवाद? राहुल के भाषण की महत्वपूर्ण बातें विस्तार से
राहुल गांधी के बयान पर मचा बवाल

कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 3 दिन के दौरे के लिए अमेरिका गए हुए हैं। इसी दौरान उन्होंने जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां दिए बयान को लेकर राहुल चर्चा में बने हुए हैं।

भारत में नहीं हुआ स्वतंत्र चुनाव?

राहुल गांधी ने अमेरिका के जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में निर्वाचन आयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग वही करता है, जो भारतीय जनता पार्टी चाहती है। राहुल के अनुसार निर्वाचन आयोग चुनाव कार्यक्रम को उसी तरीके से डिजाइन करता है जिससे बीजेपी को लाभ हो सके।

संस्थाओं पर नियंत्रण कर रही है सरकार 

राहुल के अनुसार भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस ने देश की संस्थाओं पर नियंत्रण कर लिया है। मीडिया से लेकर जांच एजेंसी तक सभी सरकार के इशारे पर काम करते हैं। इनका एक मात्र उद्देश्य विपक्ष को निशाना बनाना होता है। 

चुनाव के पहले कर दिया बैंक अकाउंट सीज 

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के पहले ही कांग्रेस पार्टी से जुड़े सभी बैंक खाता सीज कर दिए गए। हमारे पास चुनाव कैंपेनिंग और प्रचार के लिए पैसे नहीं थे। पैसे की अभाव में हमारे नेता चुनावी यात्रा नहीं कर पा रहे थे। मैंने अपने ट्रेजरर से कहा जो होगा देखा जाएगा और हमने इसी विचार के साथ चुनाव लडा।

बीजेपी नहीं मानती कि देश सबका है

राहुल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी नहीं मानती है कि देश सभी का है। भारतीय संविधान में लिखा है कि भारत एक राज्यों का संघ है। भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस यह स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है कि भारत में विभिन्न इतिहास,परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं।

आरएसएस को नहीं है भारत की समझ

राहुल ने आरएसएस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आरएसएस मानती है कि भारत के कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमजोर है। आरएसएस की विचारधारा तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी जैसी भाषाओं को कमजोर मानती है। कुल मिलाकर आरएसएस भारत को नहीं समझती है।

अभी नहीं खत्म किया जा सकता आरक्षण

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तभी सोचेगी, जब इसका सही समय होगा। राहुल ने कहा कि अगर आप आंकड़े देखेंगे तो सरकारी खर्च के ₹100 में से 10 पैसे आदिवासियों को मिलते हैं, दलित ₹100 में से केवल₹5 प्राप्त करता है। वही ओबीसी भी लगभग ईतनी ही रकम प्राप्त करता है। भारत के बड़े बिजनेस लीडर्स की सूची देखें तो टॉप 200 में एक भी ओबीसी नहीं होगा, जबकि ओबीसी भारत की जनसंख्या के 50% का प्रतिनिधित्व करते हैं। 

समय की मांग है जाति का जनगणना 

राहुल गांधी के अनुसार भारत के दलित, ओबीसी और आदिवासियों को तब तक उनका हक नहीं मिलेगा जब तक उन्हें पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं प्राप्त होगा। जातिगत जनगणना से हम यह जान पाएंगे कि निचली जातियां, पिछड़ी जातियां और दलित किस स्थिति में है?

हमें है गठबंधन चलाने का अनुभव 

राहुल के अनुसार इंडिया गठबंधन भारत के संविधान की रक्षा करना चाहता है। इंडिया गठबंधन मानता है कि बिजनेस को सिर्फ अडानी और अंबानी जैसे दो लोग नहीं चला सकते। हमने कई बार सफल गठबंधन सरकारों का नेतृत्व किया है। इंडिया गठबंधन का मूल उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि भारत पर हमला हो रहा है। अब तक हम इस प्रयास में सफल साबित हुए हैं।

यूसीसी पर नहीं की कोई टिप्पणी 

राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा कि हम यूसीसी पर तब तक कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, जब तक यह स्पष्ट नहीं होगा कि भाजपा का प्रस्ताव क्या है। इस पर टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है जब हमें उसके बारे में पता ही नहीं है।

भारत को बदनाम कर रहे हैं राहुल

राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस आजादी के बाद से अब तक तुष्टिकरण की राजनीति और सिखों के कत्लेआम जैसे कृत्यों में शामिल रही है और आज वही कांग्रेस हमें पाठ पढ़ा रही है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब राहुल विदेशी सरजमीं से भारत को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।

संजय राउत ने किया बचाव

इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने राहुल गांधी के बयान का बचाव करते हुए कहा कि राहुल ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। भारतीय जनता पार्टी 10 सालों से धर्म,जाति और तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।

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