लाइफस्टाइल: सर्दियों में ठंडी हवाओं का असर हर किसी पर अलग-अलग तरीके से पड़ता है। गर्म कपड़े जैसे स्वेटर, जैकेट, दस्ताने, और मोजे पहनकर ज्यादातर लोग ठंड से बचने का प्रयास करते हैं। रात में रजाई और कंबल में लिपटकर ठंड से बचाव किया जाता है। हालांकि कई लोग इस बात की शिकायत करते हैं कि घंटों कंबल या रजाई में रहने के बाद भी उनके पैर ठंडे बने रहते हैं। यह स्थिति केवल ठंडक से ही नहीं होती है बल्कि यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है। आइए जानते हैं कि इसके पीछे के कारण क्या हो सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
1. हाई कोलेस्ट्रॉल का प्रभाव
अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक है तो इसका असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण ब्लड वेसल्स में रुकावट पैदा होती है जिससे रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है। यही कारण है कि पैर और हाथ गर्म कपड़ों और कंबल में भी ठंडे बने रहते हैं। इसे नजरअंदाज न करें और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने के लिए हेल्दी डाइट अपनाएं।
2. तनाव का असर
अगर आप सर्दियों में पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने के बावजूद ठंडे हाथ-पैर की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसका कारण तनाव हो सकता है। मानसिक तनाव शरीर के रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है जिससे हाथ और पैर ठंडे महसूस होते हैं। सर्दियों में खुद को तनावमुक्त रखने के लिए योग और ध्यान जैसी तकनीकों को अपनाएं।
3. डायबिटीज का संकेत
पैरों का ठंडा रहना डायबिटीज की शुरुआती चेतावनी हो सकती है। जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रण में नहीं होता तो इसका असर नसों और रक्त प्रवाह पर पड़ता है। नतीजतन पैरों में ठंडक बनी रहती है। अगर आपके साथ भी यह समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और ब्लड शुगर की नियमित जांच करवाएं।
4. हाइपोथायराइड की समस्या
थायराइड ग्रंथि की कम सक्रियता यानी हाइपोथायराइडिज्म भी सर्दियों में पैर ठंडे रहने का कारण हो सकता है। इस स्थिति में शरीर में जरूरी थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर असर पड़ता है। अगर आपको यह समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श लें।
5. एनीमिया या खून की कमी
अगर आपके पैरों में लगातार ठंडक रहती है तो यह एनीमिया या खून की कमी का संकेत हो सकता है। शरीर में आयरन, विटामिन बी12, और फोलेट की कमी के कारण भी यह समस्या हो सकती है। खून की कमी से बचने के लिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक, दाल और अनार का सेवन करें।
क्या करें ठंडे पैरों से बचने के लिए?
1. गर्म पानी से पैरों की सिकाई करें।
2. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो।
3. संतुलित आहार लें जिसमें विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में हों।
4. तनावमुक्त रहने की कोशिश करें और नींद पूरी लें।
5. किसी भी असामान्य स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ठंडे पैर केवल मौसम की वजह से नहीं बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। इसलिए इसे हल्के में न लें और समय पर उचित कदम उठाएं।