बीते दिनों हरियाणा से इनेलो प्रदेशाध्यक्ष की दर्दनाक हत्या की खबर सामने आई थी। वहीं इस हत्याकांड के बाद से ही राज्य के कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठने शुरू हो गए थे। इस हत्या के बाद नफे सिंह राठी के समर्थक सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। बता दें कि अब पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की हत्या मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाएगी।
गौरतलब है कि राठी हत्याकांड और प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बीते सोमवार को हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के काम रोको प्रस्ताव और सीबीआई जांच की मांग को स्वीकार करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने मामले में सीबीआई ऐलान किया है। इससे पहले इस हत्याकांड की जांच का जिम्मा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंप चुके हैं।
बता दें कि अनिल विज ने विधानसभा में इस बात को स्वीकार किया कि राठी की ओर से सुरक्षा की मांग की गई थी। इसके साथ साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने धमकी देने वाले को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सीएम मनोहर लाल ने शोक प्रस्ताव रखा था। जिसमें लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी और नफे सिंह राठी को श्रद्धांजलि दी गई।
बता दें कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे कुछ गंभीर आरोप लगाया है। बताते चलें की कांग्रेस पूर्व स्पीकर और बेरी के विधायक डॉ. रघुबीर सिंह कादियान ने आरोप लगाया कि राठी की राजनीतिक हत्या हुई है। यहां तक कि उनके परिवार के लोगों के द्वारा दर्ज करवाए गए केस में बीजेपी से संबंधित कुछ नेताओं पर आरोप लगे हैं। ऐसे में इस मामले की जांच पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से होनी चाहिए।
विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस के काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा मैं एक नेता नहीं, बल्कि आम आदमी की तरह विधानसभा में यह मांग उठा रहा हूं। आज प्रदेश का आम आदमी डरा हुआ है। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।
बता दें गृह मंत्री के ओर से जवाब देते हुए बोला गया कि , पूर्व विधायक ने 14 जुलाई, 2022 को झज्जर के एसपी को सुरक्षा के लिए चिट्ठी दिया। पुलिस ने उस समय मामले की जांच कर धमकी देने वाले एक आरोपी को कोलकात्ता से गिरफ्तार किया था। इसके बाद राठी की ओर से फिर कोई शिकायत नहीं की गई और न सिक्योरिटी मांगी गई। कांग्रेस ने जब कहा कि गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को भी राठी की ओर से पत्र लिखकर सिक्योरिटी मांगी थी तो विज ने कहा, मैं अपने कार्यालय में चेक करवा चुका हूं, मेरे पास कोई रिपोर्ट नहीं आई है। आखिर में गृह मंत्री ने कहा, संतुष्टि के लिए सरकार इस मामले की सीबीआई से जांच करवाएगी। ताकि जो भी दोषी होगा उसे सजा मिल सके।
इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष और उनके सहयोगी जय किशन दलाल की हत्या के मामले में पुलिस ने बहादुरगढ़ के पूर्व भाजपा विधायक नरेश कौशिक और 5 अज्ञात लोगों सहित 12 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि 6 लोगों को एफआईआर में नामजद किया गया है, उनमें बहादुरगढ़ नगर परिषद, अध्यक्ष सरोज राठी के पति रमेश राठी, पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी, पूर्व मंत्री मांगे राम राठी के बेटे सतीश राठी, पोते गौरव और राहुल के अलावा बहादुरगढ़ शहर के कमल का नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि नफे सिंह राठी के कार ड्राइवर और उनके भानजे राकेश उर्फ संजय के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
इस केस में एसपी डाॅ. अर्पित जैन का कहना है कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, हालांकि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उधर, राठी के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर काफी आक्रोशित हैं। यहां तक कि आक्रोशित लोगों ने सड़क पर करीब 7 घंटे तक जाम किया। जिसमें इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला भी सड़क पर बैठे समर्थकों और परिवारजनों के बीच पहुंचे।
वहीं बाद में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह और एसपी डाॅ. अर्पित जैन मौके पर पहुंचे। उन्होंने सीबीआई को केस ट्रांसफर करने की बात कहीं और आश्वासन दिया कि एक सप्ताह में आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। इसके बाद समर्थक रोड से हटे और परिवार पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हुआ। दो डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की 5 टीमें छापेमारी कर रही हैं। पुलिस ने आसौदा एवं बराही के पास के सीसीटीवी फुटेज भी देख रही है। ताकि फुटेज के आधार पर उन्हें कोई सुराग मिल सके।