क्या है नोएडा पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ: 670 से ज्यादा लोगों पर हो चुकी हैं अब तक कार्यवाही? जानें पूरी खबर विस्तार से
क्या है नोएडा पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ

गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरेट के द्वारा 15 जून को ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ चलाया गया। कमिश्नरेट के एक्स अकाउंट पर दी गई जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन के तहत आईपीसी की धारा 290 के अनुसार कार्यवाही की गई है।

क्या है ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ?

दरअसल ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर प्रारंभ किया गया जिसके तहत रात्रि में शराब दुकानों के आस पास और सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 290 के तहत कार्यवाही की जा रही हैं।

नोएडा के तीनों जोन है शामिल

सीपी लक्ष्मी सिंह ने जनपद के तीनों जोनों नोएडा, सेंट्रल नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ चलाने के निर्देश दिए गए है। इसमें नोएडा जोन के 9 थाने, सेंट्रल नोएडा जोन के 8 थाने और ग्रेटर नोएडा जोन के 9 थाने शामिल है।

670 लोगों पर हुई कार्यवाही?

ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ के तहत नोएडा के तीनों जोनों के 26 थानों के द्वारा 4630 व्यक्तियों की जांच की गई। इस जांच के बाद कुल 670 लोगों पर कार्यवाही की गई। इन सभी लोगों को थाने ला कर हिदायत दी गई कि वे भविष्य में सार्वजनिक जगहों पर शराब का सेवन नहीं करेंगे।

इन जगहों पर थे चेकिंग प्वाइंट

➡️ नोएडा जोन में डीसीपी वीएस मिश्र के नेतृत्व में सेक्टर 51 वीडीएस मार्केट, गिझोड़ मोड, बिसनपुर मार्केट समेत 46 जगहों पर 1807 लोगों की चेकिंग की गई। 

➡️ सेंट्रल जोन में डीसीपी सुनीति के नेतृत्व में याकूबपुर तिराहा, एनएसईजजेड ठेके के निकट, अजनारा होम्स तिराहा और रोजा जालापुर समेत 28 जगहों पर 1860 लोगों की जांच की गई।

➡️ ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मिया खान के नेतृत्व में अंसल प्लाजा, शारदा गोलचक्कर, रामपुर गोलचक्कर, और परी चौक समेत 33 जगहों पर 963 लोगों की जांच की गई।

क्या है आईपीसी 290?

आईपीसी 290 के तहत लोक बाधा या सामाजिक उपद्रव उत्पन्न करना एक गैर संज्ञेय अपराध है। इसके उलंघन पर एक निश्चित सजा का प्रावधान है। साथ ही आर्थिक दंड के रूप में 200 रूपये जुर्माने का भी प्रावधान है।

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