उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे पर जीरो पॉइंट से पुलिस के द्वारा एक बार फिर किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। जिसके बाद प्रशासन के द्वार यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से किसानों के धरने को खत्म करा दिया गया है।
बता दें कि गौतमबुद्ध नगर में किसान आंदोलन के द्वारा फिर से एक नया मोड़ लिया गया है, क्योंकि एक बार फिर से किसानों को धरना स्थल से ही पुलिस के द्वारा हिरासत में ले लिया गया है।
महापंचायत के बाद हो रहा था धरना प्रदर्शन:
दरअसल यह धरना भाकियू यानि भारतीय किसान यूनियन के द्वारा बुलाए गई महा पंचायत के पश्चात आयोजित किया गया था। वहीं किसान स्थानीय भूमि अधिग्रहण से जुड़े सभी मुद्दों तथा मुआवजा की विसंगतियां एवं अपने अधिकारों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
किसानों को हिरासत में लेकर खत्म किया गया धरना प्रदर्शन:
आपको बता दें कि किसानों के हिरासत में लेने के पश्चात यह धरना खत्म हो गया। साथ ही देर रात करीब 12:00 बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सख्त निर्देश भी जारी किए गए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा यह साफ तौर पर कहा गया है कि अराजकता बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ किसानों के हिरासत में लेने के पश्चात किसानों में काफी तनाव का माहौल है।
भाकियू प्रवक्ता ने बताया लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन:
वहीं किसानों की गिरफ्तारी को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता के द्वारा लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए यह कहा गया है की लड़ाई अभी भी जारी रहेगी।
बता दें कि प्रशासन के द्वारा आंदोलन कर्ताओं से निपटने हेतु क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ाई गई है। वहीं गौतम बुद्ध नगर में किसानों तथा प्रशासन के बीच चल रहे इस गतिरोध से अब उत्तर प्रदेश की राजनीति भी काफी गरमा गई है।
बीते दिन भी किसानों को किया गया था गिरफ्तार:
आपको बता दें कि इससे पहले भी बुधवार 4 दिसंबर को नोएडा में पुलिस के द्वारा दलित प्रेरणास्थल पर शांति भंग करने हेतु किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया था । लेकिन बाद में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को पुलिस के द्वारा शाम को रिहा कर दिया गया था।
दरअसल पुलिस के द्वारा मंगलवार शाम को लगभग 160 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, हालांकि कई बुजुर्ग, महिलाओं तथा बीमार लोगों को जेल के गेट से ही मुचलके पर ही छोड़ दिया गया था।
गौरव टिकैत ने महापंचायत को किया था संबोधित:
जबकि किसान नेता राकेश टिकैत की अनुपस्थिति में उनके बेटे गौरव टिकैत के द्वारा महापंचायत को संबोधित किया गया था। हालांकि राकेश टिकैत पुलिस को शाम को चकमा देकर पंचायत स्थल पर पहुंचने हेतु दौड़ते हुए यमुना एक्सप्रेसवे पर चढ़ गए थे।