नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने नोएडा एयरपोर्ट के आसपास आवासीय विकास को प्रोत्साहित करने के लिए ग्रुप हाउसिंग योजना लॉन्च की है। इस योजना के अंतर्गत सेक्टर 17, 18 और 22डी में कुल 20 भूखंड पेश किए गए हैं। योजना का उद्देश्य तेजी से विकसित हो रहे इस क्षेत्र में आवासीय सुविधाओं का विस्तार करना और निवेशकों को आकर्षित करना है।
योजना का उद्देश्य
यह योजना नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास आवासीय विकास को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार की गई है।
आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा: इस योजना के माध्यम से क्षेत्र में आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं में तेजी आने की उम्मीद है।
बेहतर कनेक्टिविटी: यमुना एक्सप्रेसवे और प्रस्तावित मेट्रो लाइन के कारण यह क्षेत्र प्रमुख शहरों से और अधिक सुगम हो जाएगा।
सुविधाजनक स्थान: भूखंड नोएडा एयरपोर्ट, यमुना एक्सप्रेसवे और प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों के नजदीक स्थित हैं।
भूखंडों का विवरण
योजना के तहत तीन प्रमुख सेक्टरों में भूखंड उपलब्ध कराए गए हैं:
1. सेक्टर 17
कुल भूखंड: 6
आकार: 11,513.72 वर्गमीटर से 24,282 वर्गमीटर
रिजर्व प्राइज: ₹32,375 प्रति वर्गमीटर
2. सेक्टर 18
कुल भूखंड: 5
आकार: 16,188 वर्गमीटर
रिजर्व प्राइज: ₹32,375 प्रति वर्गमीटर
3. सेक्टर 22डी
कुल भूखंड: 9
आकार: 20,235 वर्गमीटर से 89,034 वर्गमीटर
रिजर्व प्राइज: ₹32,375 प्रति वर्गमीटर
यह योजना बड़े आकार के भूखंडों की विस्तृत रेंज प्रदान करती है जो छोटे और बड़े दोनों डेवलपर्स के लिए उपयुक्त है।
आवेदन और नीलामी की प्रक्रिया
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया 18 दिसंबर 2024 तक खुली है। इसके बाद 20 जनवरी 2025 को ई-नीलामी का आयोजन होगा। केवल वही आवेदक ई-नीलामी में भाग ले सकते हैं जो वित्तीय और तकनीकी रूप से पात्र हैं। नीलामी प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए प्रत्येक भूखंड पर कम से कम तीन बोलियां आना आवश्यक है।
पंजीकरण और ईएमडी विवरण
नीलामी में भाग लेने के लिए पंजीकरण शुल्क के साथ ईएमडी (अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट) का भुगतान करना होगा। ईएमडी राशि भूखंड के आकार के आधार पर ₹3.73 करोड़ से ₹30.27 करोड़ तक होगी।
यह राशि योजना में शामिल होने वाले डेवलपर्स की गंभीरता सुनिश्चित करेगी।
भुगतान की शर्तें
आवंटन के बाद भुगतान प्रक्रिया को दो चरणों में विभाजित किया गया है। पहले चरण में आवंटन की तिथि से 60 दिनों के भीतर कुल प्रीमियम का 40% भुगतान करना होगा। वही दूसरे चरण में शेष 60% भुगतान दो वर्षों में चार अर्धवार्षिक किश्तों में करना होगा।
90 साल की लीज पर आधारित है योजना
यह योजना 90 साल की लीज पर आधारित है। योजना के अंतर्गत निर्माण कार्य को दो चरणों में पूरा करना होगा। पहले चरण में लीज डीड के तीन वर्षों के भीतर फ्लोर एरिया अनुपात (एफएआर) का 30% निर्माण अनिवार्य है। वही दूसरे चरण में सात वर्षों के भीतर पूरी परियोजना का निर्माण कार्य पूर्ण करना होगा। यह शर्तें सुनिश्चित करती हैं कि आवंटित भूखंडों का समय पर विकास हो और क्षेत्र का तेजी से आवासीय और वाणिज्यिक विकास हो सके।
योजना के लाभ
1. आवासीय विकास को प्रोत्साहन: योजना से क्षेत्र में आधुनिक आवासीय परियोजनाओं का विकास होगा।
2. आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि: बेहतर कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर से निवेशकों को आकर्षित किया जा सकेगा।
3. भविष्य की योजनाओं के लिए आधार: नोएडा एयरपोर्ट और औद्योगिक सिटी के आसपास यह योजना भविष्य के विकास की नींव रखेगी।
यमुना प्राधिकरण की यह ग्रुप हाउसिंग योजना क्षेत्र में विकास और निवेश के नए अवसर खोलने वाली है। इच्छुक डेवलपर्स और निवेशकों के लिए यह योजना एक सुनहरा मौका है। योजना में भाग लेने के लिए समय पर आवेदन करें और इस क्षेत्र के विकास का हिस्सा बनें।