आचार संहिता हटते ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पकड़ी रफ्तार: गावों और सेक्टरों के सड़क बिजली पानी सीवर जैसे मेंटेनेंस कार्यों के लिए जारी किए 60 करोड़ के टेंडर...
आचार संहिता हटते ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पकड़ी रफ्तार

देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के लिए लगाई गई आदर्श आचार संहिता अब हट चुकी है। इसके बाद से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा सेक्टरों तथा गांवों में मरम्मत कार्यों एवं उनके रखरखाव करने वाले कार्यों की गति को और तेज कर दिया गया है। 

आपको बता दें प्राधिकरण के द्वारा इन विकास कार्यों के तहत रोड, जल, सीवर तथा लाइटों के लिए विकास कार्य कराने हेतु लगभग 60 करोड़ रुपए के टेंडर निकाले गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले 1 माह के अंदर ही टेंडर की इस प्रक्रिया में पूरे काम को शुरू कराने की तैयारी में प्राधिकरण जुटा हुआ है।

60 करोड़ रुपए के निकाले गए टेंडर

दरअसल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के CEO एनजी रवि कुमार के द्वारा ग्रेटर नोएडा के सभी सेक्टरों तथा गांवों में विकास एवं रखरखाव के कार्यों को तेज करने के शख्त निर्देश दिए गए है जिसके बाद परियोजना, जल-सीवर तथा विद्युत अभियांत्रिकी विभाग की ओर से कुल 36 कार्यों के लिए तकरीबन 60 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले गए हैं।

आपको बता दें कि जल-सीवर विभाग के अनुसार ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ईकोटेक 3 में एमपीएस सेक्टर 1 से लेकर 20 एमएलडी एसटीपी तक सीवर लाइन बिछाने के लिए करीब 6.46 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। 

वहीं दूसरी ओर ईकोटेक 2 से लेकर 15 एमएलडी एसटीपी का संचालन तथा अनुरक्षण का कार्य कराने के लिए भी तकरीबन 4.91 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसी प्रकार जोन 1 तथा 3 के सेक्टरों एवं गांवों में सीवर सिस्टम मेनटेनेंस के लिए भी लगभग 20 करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे।

जानते हैं कौन से गांव और सेक्टर किए गए शामिल:

बता दें कि जोन 1 के अंतर्गत आने वाले सेक्टर 1, 2, 3, 4, 16 तथा 16B, 16C, टेकजोन 4 तथा टेक्जोन 7, ईकोटेक 12, 14, 15 शामिल किए गए हैं।

 इसके साथ ही ग्राम तिगड़ी, हैबतपुर, शाहबेरी, छोटी मिलक, इटेहरा, बिसरख, चिपियाना बुजुर्ग, पतवाड़ी, चिपियाना खुर्द, रिछपाल गढ़ी, मिलक लच्छी आदि गावों और सेक्टरों को शामिल किया गया है।

जबकि जोन 3 की बात करें तो इसके अंतर्गत ईकोटेक-2, केपी 1, 2, 3, 4 तथा अल्फा 1-2, बीटा 1-2, गामा 1-2, डेल्टा 1, 2, 3, जीटा 1-2, ईटा 1-2 शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही गांव गुर्जरपुर, मलकपुर, सूरजपुर, मुबारकपुर, लखनावली, बेगमपुर, तुगलपुर, हल्दौना, रोहिल्लापुर, नामोली, रामपुर जागीर आदि गावों एवं सेक्टरों को शामिल किया गया है।

गार्ड रूम एवं बाउंड्री का भी किया जायेगा निर्माण

सीवर लाइन के अलावा सेक्टर पाई 1 में गंगाजल कैंपस में सड़क, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, ड्रेन तथा गार्ड रूम का भी निर्माण किया जायेगा। 

वहीं दूसरी ओर ईकोटेक 1 एक्सटेंशन 1 में ओएचटी के चारों ओर चारदीवारी का निर्माण तथा सेक्टर केपी-5, सेक्टर 1, 3, 4, 12A, ईकोटेक 15 तथा सेक्टर म्यू 2 आदि में भी गंगाजल कैंपस की सड़क, ड्रेन, रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा गार्ड रूम एवं बाउंड्री का निर्माण कार्य भी कराए जाएंगे।

समझते हैं कहां निकाले गए टेंडर

दरअसल प्राधिकरण के द्वारा ग्रेटर नोएडा के सेक्टर टेकजोन 4, 16B, 16C में पाइपलाइन बिछाने का कार्य तथा जैतपुर - वैशपुर, तुगलपुर, साकीपुर, रामपुर जागीर, ऐमनाबाद, नटों की मढ़या, मुबारकपुर, हबीबपुर,लखनावली, जलपुरा आदि सभी गांवों में 6 प्रतिशत आबादी भूखंड एरिया के अन्दर पाइपलाइन के अनुरक्षण कार्यों के लिए भी टेंडर जारी किए गए हैं। 

वहीं इसके अतिरिक्त विद्युत अभियांत्रिकी विभाग की ओर से भी सेक्टर गामा 1-2, डेल्टा 1-2, बीटा 1-2 के सामुदायिक भवन में विद्युतीकरण हेतु भी कई टेंडर निकाले गए हैं। इसके साथ ही सूरजपुर कोर्ट परिसर में LED हाईमास्ट लगाने के लिए भी कई टेंडर निकाल दिए गए हैं। 

इसके साथ साथ ग्राम मलकपुर के श्मशान घाट में भी लाइट लगाने तथा बोड़ाकी के बारातघर एवं सामुदायिक केंद्र में लाइट लगवाने, प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में, खेल के मैदानों में, श्मशान घाट तथा कब्रिस्तान में भी स्ट्रीट लाइट लगाने वाले कार्य भी होने हैं। इसी प्रकार कई अन्य गांवों में भी लाइट लगाने से जुड़े कार्य किए जाएंगे।

इसी प्रकार परियोजना विभाग की ओर से भी लगभग 5.38 करोड़ रुपयों के निर्माण कार्य के लिए कई टेंडर निकाले गए हैं। जिनमें सादोपुर गांव के बरातघर की मरम्मत करना, भनौता में श्मशान घाट की मरम्मत करना तथा सड़क के पैच को रिपेयरिंग करना आदि कार्य शामिल किए गए हैं।

तय समय सीमा में पूरे किए जाएंगे सभी कार्य

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ACEO अन्नपूर्णा गर्ग ने बताया है कि इन सभी टेंडर प्रक्रिया को जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा तत्पश्चात सभी कार्यों को जल्द शुरू कराया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि सभी कार्यों के लिए एक समय सीमा/डेडलाइन भी तय की जाएगी। जिसको ध्यान में रखते हुए ही सभी कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक पूरा किया जायेगा।

अन्य खबरे