उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में मेडिकल इक्विपमेंट तथा गारमेंट सेक्टर को विस्तार देने के लिए यमुना एक्सप्रेस के पास अब सेक्टर 28 तथा 29 में 2 फ्लैटेड फैक्ट्रियां बनाई जाएंगी। बता दें कि ये फ्लैट इंडस्ट्री करीब 5-5 एकड़ में बनाई जाएंगी। वहीं इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब 30 करोड़ रुपए आंकी गई है।
20 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना:
बता दें कि प्रत्येक फैक्ट्री में 240-240 यूनिट होंगी तथा इस यूनिट का आकार लगभग 60 वर्गमीटर से लेकर 120 वर्गमीटर तक होगा। अधिकारियों ने बताया है कि ये सभी कारखाने छोटी कंपनियों तथा विशेषकर स्टार्टअप को कम पूंजी में ही अपना कारोबार शुरू करने का अवसर देंगे। उन्होंने बताया कि इससे करीब 20 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
निर्माण कार्य में लगेंगे 2 साल:
यमुना प्राधिकरण ने बताया है कि करीब 3 एरिया की यूनिट होंगी और इन यूनिटों को विभिन्न कंपनियों को किराए पर दिया जायेगा। इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। निर्माण कार्य शुरू होने से लेकर पूरे भवन के तैयार होने में तकरीबन 2 साल का समय लगेगा।
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया है कि 4 मंजिला फैक्ट्री का डिजाइन तैयार हो गया है तथा इसमें 60 वर्गमीटर आकार की कुल 126 इकाइयां, 90 वर्गमीटर की कुल 64 इकाइयां तथा 120 वर्गमीटर की कुल 50 इकाइयां होंगी।
निर्माण के लिए जारी किया जाएगा टेंडर:
अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट को पूरा करने हेतु जल्द ही यमुना विकास प्राधिकरण की तरफ से टेंडर जारी किया जाएगा। इसमें डेवलपर का चयन किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के CEO अरुण वीर सिंह ने बताया है कि इसके लिए इसी माह में टेंडर जारी किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि एजेंसी का चयन होने के पश्चात तुरंत ही काम शुरू कर दिया जायेगा। फ्लैटेड फैक्ट्री में प्लग एंड प्ले की भी सुविधा होगी। यानी यहां पर सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी तथा उद्यमी इन्हें किराए पर लेने के बाद तत्काल रूप से अपना काम शुरू कर सकेंगे।
बुनियादी सुविधाओं के साथ 1000 वाहनों की होगी पार्किंग:
प्राधिकरण ने बताया कि फैक्ट्री के साथ वहां पर बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। जिसमें एक ऐग्जीबिशन सेंटर, रिटेल शॉप, कैफेटेरिया तथा लगभग 1,000 वाहनों की पार्किंग जैसी कई सामान्य सुविधाएं भी शामिल होंगी।
बता दें कि इसमें दो पहिया वाहनों को भी शामिल किया जाएगा। इसमें खास बात यह है कि ये पूरा एरिया नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास है। इसलिए यह सामरिक तथा व्यापारिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
MSME को कारखाना शुरू करने में होगी आसानी:
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा एवं यमुना क्षेत्र में भूमि आवंटन की दरें लगातार बढ़ रही है। इस प्रकार की योजनाओं से उद्यमियों को कारखाना शुरू करने हेतु जमीन खरीदने तथा उस पर निर्माण कार्य करने पर होने वाले खर्च से भी छुटकारा मिल जाएगा।
वहीं इसमें सबसे अधिक MSME सेक्टर को फायदा होगा, क्योंकि यहां पर बड़ी इंडस्ट्री विकसित हो रही हैं। ऐसे में छोटे कंपोनेंट हेतु इस क्षेत्र में MSME का विकास होना बेहद ज़रुरी है। अतः फ्लैटेड इंडस्ट्री इसके लिए बेहद कामगर सिद्ध होंगी ।