NPCL दफ्तर पर किसानों ने शुरू की महापंचायत: भारी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर पहुंच रहे किसान, छावनी में तब्दील हुआ NPCL, जानें है पूरी खबर…
NPCL दफ्तर पर किसानों ने शुरू की महापंचायत

ग्रेटर नोएडा: किसानों के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज यानि गुरुवार को बिजली दफ्तर पर डेरा डाल दिया गया है। दरअसल किसानों का यह आरोप है कि NPCL के द्वारा लगातार मनमानी की जा रही है। जिसके तहत ग्रामीणों को अपनी मनमर्जी के बिल भेजे जाते हैं तथा उनसे बिल वसूले जाते हैं। 

इसलिए ही ग्रेटर नोएडा के तुगलपुर में बने NPCL के दफ्तर पर ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर किसानों ने कूच करते हुए महापंचायत शुरू कर दी गई है। उनकी मुख्य मांग है कि सभी किसान के बिजली के बिल जल्द ही माफ़ किए जाए, क्योंकि NPCL ने गलत तरीके से इन बिलों को भेजा है।

छावनी में तब्दील हुआ NPCL दफ्तर:

दरअसल किसानों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए एनपीसीएल का दफ्तर छावनी में तब्दील कर दिया गया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी पुलिस के द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 

आपको बता दें कि यह धरना प्रदर्शन किसान एकता संघ की तरफ से किया जा रहा हैै। इसके साथ ही एनपीसीएल दफ्तर पर एक महापंचायत भी की जा रही है।

महापंचायत को लेकर कई दिनों से चलाया जा रहा था जागरूकता अभियान:

दरअसल नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड के खिलाफ किसानों की समस्याओं को लेकर आज यानि गुरुवार को दनकौर में एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, इसके लिए किसान एकता संघ के द्वारा पिछले कई दिनों से जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।

वहीं बीते बुधवार को दनकौर कैंप कार्यालय पर इस महापंचायत की तैयारी को लेकर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान के नेतृत्व में एक बैठक हुई थी। जिसके बाद राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रमेश कसाना के द्वारा इसके बारे में जानकारी भी दी गई थी।

उन्होंने यह बताया था कि आज यानि 19 सितंबर को NPCL के कार्यालय तुगलपुर पर आयोजित होने वाली महापंचायत को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता गांव-गांव को जाकर लोगों से अधिक से अधिक संख्या में यहां पहुंचने की अपील कर रहे हैं।

वहीं साथ में सभी ग्रामीण वासियों के द्वारा भी पंचायत में उपस्थित होने का पूरा का पूरा आश्वासन संगठन के पदाधिकारियों को दिया गया है।

जानते हैं ग्रामीणों की क्या हैं समस्याएं:

दरअसल ग्रामीणों का यह आरोप है कि बिजली विभाग के अधिकारियों के द्वारा उनकी शिकायतों की तरफ कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके लिए विभाग के अधिकारियों के साथ कई बार बैठकें भी की जा चुकी हैं, लेकिन समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। इसी वजह से स्थानीय लोगों में रोष बढ़ता जा रहा था।

आंदोलन की क्या थी योजना:

किसान नेताओं ने बुधवार को बैठक में यह निर्णय लिया था कि महापंचायत के दौरान ही एक बड़ा आंदोलन भी आयोजित किया जाएगा, जिसके अंतर्गत आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई थी।

वहीं इस मौके पर बेगराज प्रधान, अमर सिंह सरपंच, अरविंद सेक्रेटरी, कृष्ण बैंसला, अखिलेश प्रधान, देशराज नागर, वनीष प्रधान, उम्मेद एडवोकेट, जगदीश शर्मा, विक्रम नागर, सुमित एडवोकेट, सुभाष भाटी, सुरेश नंबरदार, जयप्रकाश नागर, परवेज खान, सल्लन तथा दुर्गेश समेत कई लोग वहां उपस्थित रहे थे।

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