कार्गो टर्मिनल बनने से NCR में बढ़ेंगे रोजगार: ग्रेनो प्राधिकरण जल्द भेजेगा शासन को रिपोर्ट, जानें आखिर क्या है पूरा मास्टर प्लान?
कार्गो टर्मिनल बनने से NCR में बढ़ेंगे रोजगार

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर में दादरी के समीप गति शक्ति योजना के अंतर्गत कार्गो टर्मिनल का विकास किया जाना है। ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद इस क्षेत्र में करीब 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश तथा 15 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। 

बता दें कि परियोजना के लिए फिलहाल 260 एकड़ जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। जो कि इसी क्षेत्र के पाली तथा मकोड़ा गांव के समीप स्थित है। 
फिलहाल इस महत्वपूर्ण परियोजना के प्रस्ताव को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड से पास होने के बाद अब प्रशासन को इसकी रिपोर्ट भेजने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही आम लोगों से भी इसके बारे में सुझाव लिया जाएगा।

*कार्गो टर्मिनल के लिए सबसे उपयुक्त है यह जगह:*

पीएम गति शक्ति योजना के तहत विकसित होने वाले कार्गो टर्मिनल के लिए तैयारियां जोरों के साथ चल रही है। जैसा बताया जा चुका है कि इसके लिए 260 एकड़ भूमि भी उपलब्ध हो गई है। वहीं प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2021 के अनुसार इसका भू-उपयोग होलसेल ट्रेड, संस्थागत तथा ट्रांसपोर्ट और कृषि है। 

प्राधिकरण ने बताया कि कार्गो टर्मिनल के लिए यह जगह सबसे अधिक उपयुक्त मानी गई है, क्योंकि जल्द ही दादरी के निकट दिल्ली से मुंबई तक के लिए वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भी प्रारंभ होने जा रहा है। वहीं ईस्टर्न फ्रंट कॉरिडोर की लिंक लाइन भी यहीं पर आकर जुड़ रही है।

आखिर क्या होंगे कार्गो टर्मिनल के फायदे?

प्राधिकरण के अनुसार सबसे खास बात तो यह है कि यहां 250 एकड़ पर अंतराष्ट्रीय स्तर का कंटेनर डिपो तिलपता पहले ही विकसित किया जा चुका है। वहीं प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया है कि गति शक्ति कार्गो टर्मिनल की स्थापना के बाद यह क्षेत्र भी NCR यानि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र का मुख्य लॉजिस्टिक हब बन जाएगा। 

साथ ही एक्सप्रेस वे तथा रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से भी माल भाड़े के आवागमन में काफी सुविधा प्राप्त हो सकेगी। इसलिए इस परियोजना को लेकर फिलहाल सरकार काफी गंभीर है। 

ऐसी उम्मीद है कि शासन से इसकी जल्द ही मंजूरी भी मिल जाएगी। जिसके बाद परियोजना को तेजी के साथ मूर्तरूप देने का भी काम किया शुरू कर दिया जायेगा।

भूमि उपयोग में करना होगा परिवर्तन:

दरअसल कार्गो टर्मिनल के लिए चिन्हित की गई भूमि में मास्टर प्लान-2021 के तहत तीन भू उपयोग जिसमे होलसेल ट्रेड, रीजनल इंस्टीट्यूट तथा कृषि शामिल हैं। इसलिए भूमि योजना के लिए इसमें कुछ परिवर्तन करने पड़ेंगे। प्राधिकरण बोर्ड को इस संबंध में अवगत भी करा दिया गया है।

आइए जानते हैं आखिर क्या होता है कार्गो टर्मिनल?

कार्गो टर्मिनल एक ऐसा स्थान होता है, जहां पर सामान को शिपिंग कंटेनरों में पैक किया जाता है साथ ही सामान को लोड तथा अनलोड भी किया जाता है। इसलिए इसके बन जाने के बाद सामान को रेलवे से भेजने तथा वहां से मंगाने में काफी आसानी होगी।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के CEO रवि कुमार एनजी ने बताया है कि गति शक्ति कार्गो टर्मिनल के प्रस्ताव को शासन को भेजने के लिए तैयारी चल रही है। वहीं जैसे ही शासन से मंजूरी मिलती है इसके तुरंत बाद इस महत्वपूर्ण परियोजना पर तेजी के साथ काम किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि इसके लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि परियोजना के पूरा हो जाने के बाद यहां पर भारी निवेश आने के साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो सकेंगे।

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