एल्विश यादव की गिरफ्तारी की स्क्रिप्ट काफी पहले तैयार की गई। बस नोएडा पुलिस को कोई सीधा लिंक नहीं मिल रहा था। जयपुर से एफएसएल की रिपोर्ट और फाजिलपुरिया के साथ बनाए गए वीडियो को नोएडा पुलिस ने आधार बनाया। एनडीपीएस की धाराएं बढ़ाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अब हम आपको गिरफ्तारी से पहले रविवार की सुबह लेकर चलते हैं। पुलिस को मालूम था कि अगर एल्विश को जरा-सी भी भनक लगी होती कि उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा, तो वह नोएडा नहीं आता।
इसके लिए एक प्लान बनाया गया, जिसकी पूरी जानकारी पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को थी। उसे नोएडा ये कहकर बुलाया कि काफी दिनों से मीडिया में चर्चा का माहौल बना है।
2-4 सवाल पूछे जाएंगे, आप आएं। अपना बयान दर्ज कराकर वापस जा सकते हैं। लेकीन यहां तो पूरी स्क्रिप्ट ही तैयार थी। पुलिस ने 8 नवंबर को एल्विश को जारी किए गए एक नोटिस के आधार पर ही उसे बुलाया। एल्विश सेक्टर-113 अपने दोस्त के फॉर्म हाउस पर आया। वहां पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए ले गई।
नोएडा पुलिस ने पहले एल्विश का मोबाइल फोन बंद करवाया। इसके बाद महज सवा 2 घंटे में 200 से ज्यादा सवाल पूछे। कई प्रश्नों का उत्तर दिया। तब तक उसे नहीं पता था कि इन सवालों का मकसद क्या है।
जवाब हां में मिलते ही पुलिस ने मौजूदा FIR में NDPS की धारा-8/20 के अलावा धारा-27, धारा- 27ए, धारा 29 व धारा-30 और धारा-32 में बढ़ोतरी कर दी। जाहिर है, इन धाराओं में बढ़ोतरी का मतलब भी यही बनता है कि पार्टी में वेनम का प्रयोग नशे के लिए किया जाता था। जिसमें उसे अधिकतम 20 साल तक की सजा हो सकती है।
एल्विश को नहीं पता था कि उसे गिरफ्तार किया जा सकता है। इसलिए वकीलों की फौज तक वो अपने साथ नहीं लाया। बता दें, इससे पहले जब पहली बार एल्विश को बुलाया गया था। उस दौरान हायर कोर्ट के कई वकील उसके साथ आए थे।
उसे दोबारा सवाल-जवाब के लिए उसी समय नोटिस जारी कर दिया गया था। कोर्ट के अंदर भी वो चुप रहा। जब उससे पूछा गया कि क्या आपका रेव पार्टी से क्या संबंध है, इस पर उसने साफ कहा "मै इस बारे में नहीं जानता"।
2 नवंबर को पीपल फॉर ऐनिमल ने सेक्टर-51 के एक बैंक्वेट हॉल में स्टिंग करके 20 एमएल वेनम बरामद किया गया था। जिसकी जांच के लिए उसे एफएसएल भेजा गया था। फरवरी में रिपोर्ट सामने आई।
जिसमें साफ हुआ कि ये जहर कोबरा करैत सांप का है। अध्ययन करने पर पता चला कि इस जहर का प्रयोग रेव पार्टी में नशे के लिए किया जाता है। जहां किसी वेनम का प्रयोग नशे के लिए होता है। वहां NDPS की धारा को बढ़ाया जा सकता है। नोएडा पुलिस ने यही किया।
मामला बढ़ता जा रहा था, नोएडा पुलिस अब इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। पुलिस ने फाजिलपुरिया और एल्विश के वीडियो को ही आधार बनाया। जिसमें दोनों ही सांप के साथ हैं। एल्विश पहले ही बता चुका है, ये वीडियो फाजिलपुरिया के शूट का है। इसलिए फाजिलपुरिया को समन जारी कर उसे पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इसके साफ संकेत मिल रहे हैं। ये चेन काफी लंबी हो सकती है। इसलिए पुलिस संभल कर काम कर रही है।
• FSL की रिपोर्ट में करैत सांप का जहर होना बताया गया है आपको पता है ये किस स्तर का जहर है। इससे पैरालाइसेस और मौत भी सकती है।
•राहुल के पास से बरामद की गई रजिस्टर में 60 पार्टियों का जिक्र था उस पर सवाल किया गया।
• किन-किन पार्टियों में नशे के लिए इस तरह के खतरनाक सांपों के जहर का प्रयोग किया गया।
•एल्विश यादव से राहुल के रिमांड पर दिए गए बयानों के आधार पर सवाल-जवाब किया गया।
• पीएफआई ने कई वीडियो और ऑडियो जारी किए जिसमें आप सांप को गले में दिख रहे है, ऑडियो में राहुल भी आपके नाम कर जिक्र कर रहा है साफ है आपके कहने पर ही पार्टी में वेनम सप्लाई किया जाता है।
• दिल्ली, फरीदाबाद और नोएडा के फॉर्म हाउसों में हुई पार्टी में आपका क्या रोल है। क्या ये जहर नशे के लिए वहां भी यूज किया गया।
• आप राहुल को सांप और वेनम लाने के लिए कहते थे, राहुल और आपके बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई, इसमें क्या ये डील कितने में होती थी?
सोमवार को कोर्ट में एल्विश की जमानत पर सुनवाई होनी थी। लेकिन, वकीलों की हड़ताल के चलते सुनवाई नहीं सकी। जेलर अरुण कुमार ने बताया कि सोमवार दोपहर एल्विश के पिताजी राम अवतार यादव अपने बेटे से मिलने के लिए जेल आए हुए थे।
राम अवतार की उनके बेटे से मुलाकात कराई गई है। दोनों के बीच काफी देर तक बात होती रही। बताया जा रहा है कि इस दौरान एल्विश अपने पिता से मिलकर काफी इमोशनल हो गया। इस दौरान वकील भी उनके साथ थे। उसे लुक्सर जेल के क्वारैंटाइन सेल में रखा गया है। वहां आम कैदियों की तरह ही उसे ओढ़ने और बिछाने के लिए कंबल दिए गए हैं।
• 2 नवंबर को सेक्टर-51 के बैंक्वेट हॉल में एक स्टिंग पीपल फॉर ऐनिमल की ओर से किया गया।
• 3 नवंबर को पांच सपेरों सपेरों पकड़ा और नौ सांप बरामद किए गए। इसी दिन FIR एल्विश यादव का नाम जोड़ा गया।
• राजस्थान पुलिस ने 4 नवंबर को एल्विश को पकड़ा और यूपी पुलिस से बातचीत के बाद छोड़ दिया गया।
• कोतवाली सेक्टर-49 के थाना प्रभारी में 5 नवंबर को इस केस में लापरवाही करने पर लाइन हाजिर किया गया और मामला थाना सेक्टर-20 में ट्रांसफर किया गया।
• पुलिस ने 6 नवंबर को पांचों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से रिमांड मांगी।
• पुलिस ने 7 नवंबर को एल्विश को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया।
• एल्विश 8 नवंबर की तड़के थाना सेक्टर-20 आया और उससे 45 मिनट तक पूछताछ की गई।
• पुलिस ने 9 नवंबर को एल्विश को दोबारा नोटिस भेजा लेकिन मेडिकल अन फिट बताकर वह नहीं आया।
• राहुल से 10 नवंबर को पूछताछ की गई 24 घंटे में कई राज पुलिस के सामने बताए। पहली बार फाजिलपुरियां का नाम सामने आया।
• पुलिस 14 नवंबर को राहुल के साथ फरीदाबाद गई और वहां से दो कोबरा रेस्क्यू किए। उसे एक रजिस्टर भी मिला, जिसमें पूरा लेखा जोखा विस्तार में था।
सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग
एल्विश की गिरफ्तारी के बाद उसके विरोधी और समर्थक सोशल मीडिया पर आमने-सामने आ गए हैं। विरोधी जहां नोएडा पुलिस की गिरफ्तारी की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं समर्थक गिरफ्तारी को सुनियोजित साजिश करार दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर मीम की बाढ़ आ गई है।
लोग इस पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि नोएडा पुलिस ने आचार संहिता लगते ही एल्विश का सिस्टम हैंग करने के साथ ही फेल भी कर दिया है। एक्स पर सोमवार को भी नोएडा पुलिस और एल्विश यादव ट्रेंड करता रहा।
गुरुग्राम पुलिस एल्विश यादव को प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश से हरियाणा लेकर आएगी। उससे यूट्यूबर मैक्सटर्न से मारपीट से जुड़े केस में पूछताछ की जाएगी। इसके लिए गाजियाबाद कोर्ट में याचिका लगाने की तैयारी की जा रही है।
2 दिन पहले नोएडा पुलिस एल्विश यादव को सांपों के जहर की तस्करी से जुड़े केस में गिरफ्तार कर चुकी है। वह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में चल रहा है।
एल्विश यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर 7 मार्च को गुरुग्राम की एक शॉप में यूट्यूबर मैक्सटर्न उर्फ सागर ठाकुर से मारपीट की थी। 8 मार्च को मारपीट का वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में एल्विश यादव मैक्सटर्न को थप्पड़ मारते हुए नजर आए। यूट्यूबर ने एल्विश यादव पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया।
हरियाणा पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि एल्विश को 18 मार्च (सोमवार) को हमले के मामले में पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया था। हालांकि, एल्विश को पहले ही नोएडा पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, इसलिए कोई संचार प्राप्त नहीं हुआ है। गुरुग्राम पुलिस को हमले के मामले से संबंधित आगे की कार्रवाई के लिए एल्विश को प्रोडक्शन वारंट के तहत जल्द ही गुरुग्राम लाने की उम्मीद है।
उधर, पूरे विवाद के बाद एल्विश यादव और मैक्सटर्न के समझौते की भी बात सामने आई थी। बताया गया कि एल्विश ने मैक्सटर्न से माफी मांग ली थी। इसके बाद एल्विश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट "भाईचारा ऑन टॉप" लिखकर मैक्सटर्न के साथ फोटो शेयर कि।