जेवर एयरपोर्ट के आसपास के वन्यजीवों के लिए यहां बनेगा पशु पुनर्वास केंद्र: : 258 काले हिरण के साथ इन जानवरों को भी मिलेगी जगह, जानें क्यों पड़ी ऐसे केंद्र की जरूरत और?
जेवर एयरपोर्ट के आसपास के वन्यजीवों के लिए यहां बनेगा पशु पुनर्वास केंद्र:

ग्रेटर नोएडा: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास रहने वाले वन्यजीवों के लिए राहत की खबर है। एयरपोर्ट निर्माण से प्रभावित हो रहे जीव-जंतुओं के संरक्षण के लिए एक स्थायी वन्यजीव पुनर्वास केंद्र बनाया जाएगा। इस परियोजना को चिड़ियाघर प्राधिकरण की मंजूरी मिल चुकी है और निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है।

धनौरी वेटलैंड के पास बनाया जायेगा पुनर्वास केंद्र

यह केंद्र ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-17ए में धनौरी वेटलैंड के पास बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर लगभग 3.41 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है जिसमें 15 से 21 अप्रैल तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और 23 अप्रैल को टेक्निकल बिड खोली जाएगी। इसके बाद चयनित कंपनियों से फाइनेंशियल बिड मांगी जाएगी।

निर्माण कंपनी का चयन होते ही शुरू होगा कार्य

यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि विकासकर्ता कंपनी का चयन होते ही केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। पुनर्वास केंद्र से वन्यजीवों को नया सुरक्षित आश्रय मिलेगा और उनका संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकेगा।

डॉक्टरों की टीम होगी तैनात

पुनर्वास केंद्र में काले हिरण, सारस, बंदर, नीलगाय और अन्य वन्यजीवों के लिए मेडिकल यूनिट, क्वारंटीन केंद्र, शेड, पशु अस्पताल और कर्मचारियों के लिए कमरे बनाए जाएंगे। यहां एक अनुभवी डॉक्टरों की टीम भी तैनात की जाएगी।

इन जानवरों की पाई गई थी मौजूदगी

भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा एयरपोर्ट क्षेत्र के 10–25 किमी के दायरे में किए गए सर्वेक्षण में 258 काले हिरण, 176 सारस, 29 हिरण, नीलगाय, चिंकारा, बंदर और जंगली बिल्ली जैसी प्रजातियों की मौजूदगी पाई गई थी। संस्थान ने इन जीवों के लिए दीर्घकालिक संरक्षण योजना बनाने की सिफारिश की थी।

30 साल के लिए विकसित किया जाएगा केंद्र

पहले यह केंद्र केवल पांच साल के लिए अस्थायी रूप से बनना था लेकिन अब इसे 30 साल की लीज पर स्थायी रूप से विकसित किया जाएगा। केंद्र के लिए कुल 10 हेक्टेयर भूमि में से 5 हेक्टेयर यमुना प्राधिकरण और 5 हेक्टेयर वन विभाग की है।

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