अखिल भारतीय किसान सभा ने ग्रेनो प्राधिकरण पर किया जोरदार प्रदर्शन: इटेडा गांव में हुई तोड़फोड़ और झड़प के विरोध में सौंपा एसीईओ को ज्ञापन?
अखिल भारतीय किसान सभा ने ग्रेनो प्राधिकरण पर किया जोरदार प्रदर्शन

ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर के एक गांव इटेडा में खसरा संख्या- 435 की पुश्तैनी आबादी वाली जमीन पर प्राधिकरण के द्वारा की गई तोड़फोड़ तथा किसान MP यादव एवं उनके परिवार के ऊपर ग्रेनो प्राधिकरण के सुरक्षा कर्मियों के द्वारा की गई मारपीट की घटना सामने आई थी।

जिसके बाद अखिल भारतीय किसान सभा ने उसे जानलेवा हमले वाली घटना बताया था। जिसके विरोध में ही आज गौतम बुध नगर के कई कार्यकर्ताओं तथा क्षेत्र के कई किसानों के द्वारा एकजुट होकर ग्रैनो प्राधिकरण के कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया गया। 

किसान सभा तथा प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता:

बता दें कि किसान सभा के प्रतिनिधि मंडल की तरफ से ग्रेनो प्राधिकरण की चौथी मंजिल पर मौजूद बोर्ड रूम में ACEO सहित कई उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत भी हुई। जिसके बाद किसान सभा ने ACEO आशुतोष द्विवेदी को इस पूरे मामले के संबंध में अपना ज्ञापन भी सौपा।

घटना के बारे में सौंपे गए ज्ञापन पर प्रशासनिक तथा प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों एवं किसान सभा के शीर्ष नेतृत्व के साथ ने कई सहमति भी की। जिसमें प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों ने इटेडा गांव में कल वाली घटना पर खेद भी व्यक्त किया।

वहीं दूसरी ओर उन्होंने किसानों को यह आश्वासन भी दिया है कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति अब कभी नहीं होगी। इसके साथ ही प्राधिकरण एवं किसान सभा के साथ बनी सभी सहमतियों को भी यथाशीघ्र लागू किया जाएगा। 

कार्यवाही के आश्वासन के संबंध में ही आज किया प्रदर्शन:

गौरतलब है कि इटेडा गांव के इसी मामले को लेकर कल किसान सभा के द्वारा बिसरख थाने का घेराव किया गया था। जिसमे दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग भी की गई थी। 

किसान सभा के द्वारा किए गए घेराव के बाद ADCP कठेरिया ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। 
दरअसल किसान सभा की जिला कमेटी के सदस्य MP यादव का मेडिकल करा कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया था। उसी सिलसिले के कारण ही आज का यह प्रदर्शन किया गया था। 

जानते हैं क्या था पूरा मामला:

दरअसल इटेडा गांव में मौजूद अतिक्रमण को हटाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम वहां गई थी। प्राधिकरण को सूचना मिली थी कि वहां पर खसरा नम्बर 435 पर कुछ लोगों के द्वारा अवैध तरीके से प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। जिसके बाद प्राधिकरण की मुआवजा उठी हुई भूमि पर अवैध रूप से निर्माण करके दुकानें भी बना ली गई थी।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम सूचना मिलते ही जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए बुलडोजर लेकर वहां पर मौके से पहुंची। इस दौरान उनके साथ बिसरख पुलिस तथा प्राधिकरण के कई सुरक्षाकर्मी एवं कर्मचारी भी वहां पर पहुंचे थे।

क्षेत्र में पहुंच कर प्राधिकरण की टीम के द्वारा बुलडोजर चलाकर अवैध रूप से बनी दुकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया गया। इसके बाद वहां के ग्रामीण भी मौके पर आ पहुंचे। उन लोगों ने प्राधिकरण की कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया। धीरे धीरे बात आगे बढ़ गई और झड़प शुरू हो गई।

विरोध बढ़ने के साथ ही ग्रामीणों तथा प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच जमकर विवाद शुरू हो गया। यह विवाद थोड़े ही समय में इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच पथराव भी शुरू हो गया। पथराव के दौरान दोनों पक्षों की तरफ से कई लोग घायल भी हो गए। 

ऐसा बताया जा रहा है कि पथराव के दौरान एक ग्रामीण के सिर पर काफी गंभीर चोट भी आई। इसके साथ ही प्राधिकरण के भी 3 सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए थे। 

जानते हैं क्या कहा किसान सभा के नेतृत्व ने:

दरअसल किसान सभा के जिला महासचिव जगबीर नंबरदार के द्वारा यह कहा गया कि किसान सभा अपने सभी किसानों की आबादियों  वाले 10% प्लाट तथा रोजगार सहित भूमिहीनो के लिए दुकानों तथा अन्य सभी मुद्दों पर बेहद गंभीर है ।
उन्होंने कहा कि कोई भी अन्याय अथवा शोषण बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान सभा इन सभी मसालों का हल करके ही दम लेगी। 

वहीं दूसरी ओर कोषाध्यक्ष अजय पाल भाटी ने कहा कि किसान सभा के द्वार किए गए 124 दिन के धरने के बाद प्राधिकरण के साथ कुल 21 मुद्दों पर सहमति बनी थी। जिसमें आबादियों को भी पूरी तरह से छोड़ा जाना शामिल था।

उन्होंने आगे कहा कि प्राधिकरण के द्वारा इस आबादी पर किसी भी तरह हमला किए गए समझौते का उल्लंघन है। किसान सभा हाई पावर समिति की सिफारिश का ही इंतजार कर रही है। यदि समिति ने किसानों के विरुद्ध सिफारिश दी तो किसान सभा के द्वारा ग्रेनो प्राधिकरण को बंद करने का कार्य किया जायेगा।

किसने किया प्रदर्शन का नेतृत्व:

दरअसल प्रदर्शन का नेतृत्व कई लोगों ने किया। जिसमे प्रमुख रूप से जगबीर नंबरदार, प्रशांत भाटी, अजीपाल भाटी, सतीश यादव, निशांत रावल, वीर सिंह नेताजी, यतेंद्र मैनेजर, संदीप भाटी, अजब सिंह नेताजी, सुले यादव, सुरेश यादव, मनोज प्रधान, एमपी यादव, पप्पू ठेकेदार, अमित नागर, सुंदर सिंह, सुशील कुमार, नरेश नागर, दुष्यंत सेन, तिलक देवी, अभय भाटी, महेश प्रजापति,बाबा संतराम, रीना भाटी, गवरी मुखिया, जोगेंद्री देवी तथा नीरू लोहिया आदि शामिल थे।

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