उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा अपने क्षेत्र के कुल 30 गांवों को स्मार्ट विलेज बनाया जायेगा। जिसके लिए प्राधिकरण के द्वारा इसकी विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके पहले चरण के विकास का कार्य भी शुरू करा दिया गया है।
अगर इस परियोजना को लागत की बात करें तो इस पर करीब 200 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी। आपको बता दें कि 3 गांवों में सिविल के काम भी पूरे हो चुके हैं। वहीं प्राधिकरण के द्वारा ग्रामीण विकास के लिए कुल 500 करोड़ की FD करा दी गई है।
पहले चरण में 14 व दूसरे चरण में 30 गावों का किया जायेगा विकास:
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अनुसार सेक्टर तथा गांवों के विकास में अंतर को दूर करने के लिए प्राधिकरण के द्वारा पहले चरण में करीब 14 तथा दूसरे चरण में कुल 30 गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में बनाने पर कार्य शुरू कर दिया गया है।
इसके अंतर्गत नाली, स्ट्रीट लाइट, सड़क, खेल का मैदान, इंटरलाकिंग टाइल्स, लाइब्रेरी, सामुदायिक केंद्रों का सुंदरीकरण, तालाबों का सुंदरीकरण तथा सीवर आदि कई विकास कार्यों को शुरू करा दिया गया है। वहीं 3 गांवों जैसे मायचा, घरबरा तथा तिलपता करनवास में यह कार्य पूरा हो चुका है।
दूसरे चरण में CCTV कैमरे, लाईब्रेरी तथा वाईफाई आदि की मिलेगी सुविधा:
वहीं विकास के दूसरे चरण की बात करें तो प्राधिकरण ने बताया है कि इसमें सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई, लाईब्रेरी तथा परिवहन आदि सभी प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जानी है। जिनके माध्यम से गावों के डिजिटल विकास को भी सुचारू रूप से शुरू किया जा सकेगा।
योजना के तहत शामिल गांव:
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अनुसार इस परियोजना में कुल 30 गावों को शामिल किया गया है। जिनका विकास करने उन्हे स्मार्ट विलेज बनाया जायेगा और वहां पर जरूरत की सभी सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा।
योजना के अंतर्गत मायचा, घंघोला, लडपुरा, घरबरा, अस्तौली, तिलपता करनवास, चीरसी, सादुल्लापुर, जलपुरा, छपरौला, अमीनाबाद उर्फ प्याना, सिरसा, चिपियाना खुर्द तिगरी, कुलेसरा, युसुफपुर चक शहबेरी शामिल हैं।
वहीं इसके साथ घोड़ी बछेड़ा, खैरपुर गुर्जर, हैबतपुर, धूममानिकपुर, इटेहरा, मिलक लच्छी, कैलाशपुर उर्फ किरचपुर, देवला, कासना, ऐच्छर, खानपुर, डाढ़ा, मुर्शदपुर, लुक्सर तथा सफीपुर गांव को भी शामिल किया गया है।