स्क्रैप माफिया रवि काना  के करीबी सूरज को किया पुलिस ने गिरफ्तार, मौके से 5 करोड़ के 15 ट्रक भी जब्त: : 25 हजार का ईनामी वांछित स्क्रैप माफिया रवि काना अभी भी गिरफ्त से दूर 
स्क्रैप माफिया रवि काना  के करीबी सूरज को किया पुलिस ने गिरफ्तार, मौके से 5 करोड़ के 15 ट्रक भी जब्त:

ग्रेटर नोएडा में पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास करती नजर आ रही है। जिसमे एक और कामयाबी पुलिस की गठित टीम को प्राप्त हुई हैं। जहां स्वाट टीम और बीटा दो कोतवाली पुलिस ने मिलकर स्क्रैप माफिया रवि काना के सबसे करीबी साथी कहे जाने वाले सूरज को एटीएस गोलचक्कर से गिरफ्तार कर लिया है। 

बता दें कि जिस आरोपी को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है वो स्क्रैप माफिया का रिश्तेदार भी है। बताया जा रहा है जोकि मूल रूप से बुलंदशहर के औरंगाबाद के गांव भीकनपुर का रहने वाला है। बताते चलें कि गिरफ्तार हुए आरोपी की निशानदेही पर पुलिस द्वारा करीबन 5 करोड़ के 15 ट्रक भी बरामद कर लिए गए हैं अब अग्रिम कार्यवाही के साथ ही पुलिस सूरज से गहन पूछताछ भी कर रही है। 

स्क्रैप कारोबार में ट्रांसपोर्ट का काम देखता था सूरज 

गौरतलब है कि पुलिस को सूरज से पूछताछ के दौरान पता चला है कि रवि के काले कारोबार में सूरज बराबर का हिस्सेदार है।
पुलिस सूरज को गिरफ्तार करने के लिए पिछले काफी समय से प्रयास कर रही थी। वह करीब तीन महीने से फरार चल रहा था। अब जाकर सूरज को पुलिस ने धर दबोचा गया है। हालांकि पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि स्क्रैप के कारोबार में ट्रांसपोर्ट का काम सूरज देखता था। उसके इशारे पर ही सरिया एवं स्क्रैप से भरे ट्रक धड़ल्ले से फैक्ट्री से निकलते थे। सूरज पर आरोप है कि ठेका नहीं देने पर फैक्ट्री प्रबंधन को धमकाता था।

45 लाख रुपये की रंगदारी मांगी

गौरतलब है कि इस पूरे मामले में ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खां का कहना कि सूरज को एटीएस गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उसकी निशानदेही पर ही ट्रक बरामद किए गए है। वही सूरज के रिश्तेदार हरवीर द्वारा धर्मवीर से एक करोड़ 65 लाख रुपये में मकान लेना तय किया गया था। जिसमें से 65 लाख रुपये मकान के बैनामे के तौर पर दिए गए थे। उसके बाद धर्मवीर के द्वारा हरवीर को बैनामे के लिए कहा गया तो हरवीर ने बैनामा नहीं किया।
डीसीपी ने आगे बताया कि फैसले के बहाने पीड़ित के बेटे को रवि काना की फैक्ट्री ईकोटेक 12 में ले जाया गया था। आरोप है कि वहां पर सूरज, हरवीर, एवं हरवीर के बेटे विवेक, विकास के अलावा आजाद नागर, राजकुमार नागर, अवध बिहारी, विकास नागर सब ने मिलकर पीड़ित के बेटे को बंधक बनाकर पीटा। जिसके बाद पीड़ित के बेटे को मकान और जो रकम उसने दिया था, उसे भूल जाने की धमकी दी गई। बता दें कि उसके इनलोगों की ओर से पीड़ित से 45 लाख रुपये की और रंगदारी भी मांगी गई। हालांकि इसके बाद पीड़ित ने बीटा दो कोतवाली में केस दर्ज किया गया। जिसके बीटा दो थाना की पुलिस इस मामले में गम्भीरता से जांच कर रही थी। अब जाकर पुलिस ने इस मामले में अब सूरज को गिरफ्तार किया है।

काले कारोबार में सूरज बराबर का हिस्सेदार

गौरतलब है कि अगर गिरफ्तार हुए आरोपी  सूरज की बात की जाए तो वह रवि के काले कारोबार में बराबर का हिस्सेदार है। इसके अलावा बेनामी संपत्ति का मालिक भी है। हालांकि सूरज पर आरोप है कि रवि ने काले कारोबार से जो अवैध संपत्ति अर्जित उसकी कुछ हिस्सा सूरज के नाम पर है।
जब पुलिस ने रवि पर शिकंजा कसना शुरू किया तो आरोप है कि सूरज ने गोदाम में 15 ट्रक छिपा दिए थे। वहीं करीब तीन महीने तक पुलिस ने छापेमारी की इसके बाद भी पुलिस की टीम को ट्रकों का नहीं पता चल सका। हालांकि जैसे ही सूरज की गिरफ्तारी हुई वेसै ही ट्रक को भी बरामद कर लिया गया। 
बता दें कि स्क्रैप माफिया रवि काना अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है। जिसको  गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम जाल बिछा रही है। हालांकि रवि महिला मित्र काजल झा भी पुलिस की पहुंच से दूर है। वहीं पुलिस को ऐसी आशंका है कि रवि और काजल दोनों विदेश में है। बताते चलें कि रवि पर 25 हजार का इनाम भी घोषित हो चुका है।

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