उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव: 20 वर्षों बाद गाजियाबाद में होगा उपचुनाव, जाने कौन-कौन है टिकट के दावेदार...
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव

लोकसभा चुनाव में विधायकों के सांसद बनने से रिक्त हुए उत्तरप्रदेश विधानसभा के 10 सीटों के लिए उप चुनाव प्रस्तावित हैं। इन सीटों में से गाजियाबाद सदर की विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है। 

कांग्रेस के खाते में जाएगी गाजियाबाद सदर की सीट 

प्रदेश के 10 विधानसभा सीटों पर होने वाली उपचुनाव के संबंध में इंडिया गठबंधन ने अपनी रणनीति तय कर ली है। खबरों की माने तो इन 10 सीटों में से 7 सीटों पर समाजवादी पार्टी और तीन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के खाते की तीन सीटों में से एक गाजियाबाद सदर विधानसभा मानी जा रही है।

कौन-कौन कर रहे हैं कांग्रेस से दावेदारी? 

कांग्रेस में खुले तौर पर अभी किसी भी नाम की चर्चा नहीं है, परंतु पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र सुशांत गोयल इस सीट पर अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। गोयल परिवार लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ है। सुशांत गोयल के अतिरिक्त पूर्व महापौर डॉली शर्मा का नाम भी दावेदारों की सूची में मौजूद है। हालांकि डॉली शर्मा ने उपचुनाव न लड़ने की बात कही है।

कांग्रेस के सिंबल पर लड़ सकता है सपा प्रत्याशी 

ऐसी भी संभावनाएं जताई जा रही है कि गाजियाबाद सदर विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिन्ह पर सपा उम्मीदवार को चुनाव लड़ाया जा सकता है। सपा नेता चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी भी प्रस्तुत कर रहे हैं और वो सपा आलाकमान के साथ-साथ कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के भी संपर्क में है। खबरों की माने तो भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के बाद जातिगत समीकरणों को साध कर कांग्रेस अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेगी।

बीजेपी की सेफ सीट है गाजियाबाद सदर

गाजियाबाद सदर विधानसभा बीजेपी की सेफ सीटों में से एक मानी जाती है। 2017 और 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद सदर विधानसभा से अतुल कुमार गर्ग विधायक बने थे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी अतुल कुमार गर्ग ने इस विधानसभा सीट से 63256 वोट की बढ़त हासिल की थी। 

आरएलडी भी कर रही है दावेदारी 

लोकसभा चुनाव में अपना खाता खोलने के बाद जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी अपने विस्तार की तैयारी में है। आरएलडी द्वारा गाजियाबाद सदर की सीट पर अपना दावा किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद सदर एक ब्राह्मण बाहुल्य विधानसभा सीट है, जहां जाट,वैश्य और राजपूत भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यही कारण है कि आरएलडी ब्राह्मण,जाट और राजपूत मतों को एकजुट करने के दावे के साथ बीजेपी से यह सीट मांग रही है।

भाजपा से कौन कर रहा है दावेदारी? 

भाजपा की ओर से अतुल कुमार गर्ग के सांसद बन जाने के बाद गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट पर संजीव शर्मा और अशोक मोंगा अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। हालांकि जातिगत समीकरणों को साधने के बाद ही भाजपा संगठन प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेगा।

चंद्रशेखर भी उतार सकते हैं उम्मीदवार 

लोकसभा चुनाव में खाता खोलने से उत्साहित हुई चंद्रशेखर उर्फ रावण की आजाद समाज पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने की बात कही है। गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट से सत्यपाल चौधरी आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। उल्लेखनीय है कि सत्यपाल चौधरी राजस्थान में आजाद समाज पार्टी का कामकाज देखते हैं।

बसपा भी लड़ेगी उपचुनाव 

बसपा आमतौर पर उपचुनाव में अपनी उम्मीदवार नहीं खड़ी करती है, लेकिन लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बसपा ने उपचुनाव लड़ने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि 2012 में गाजियाबाद सदर विधानसभा से बसपा के उम्मीदवार सुरेश बंसल विजयी हुए थे। स्वाभाविक रूप से यह सीट बसपा के रडार में होगी।

20 वर्षों बाद होगा उपचुनाव 

गाजियाबाद सदर विधानसभा के लिए इससे पहले 20 वर्षों पूर्व 2004 में उपचुनाव हुआ था। इस उपचुनाव में सपा प्रत्याशी सुरेंद्र मुन्नी ने विजय हासिल की थी। सुरेंद्र मुन्नी के पहले भाजपा के सुनील शर्मा इस सीट से विधायक थे।

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