गाजियाबाद: एक चौंकाने वाली घटना ने इस पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है, जिसमें एक घरेलू सहायिका की बेहद गंदी हरकत का पर्दाफाश हुआ है। इस घटना ने न केवल परिवार को आघात पहुंचाया है, बल्कि समाज में घरेलू सहायिकाओं पर विश्वास को भी गहरा झटका दिया है। घटना का खुलासा तब हुआ जब परिवार के सदस्यों की सेहत लगातार बिगड़ने लगी और उन्हें विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगीं, जिनमें खासकर त्वचा संबंधी रोग शामिल थे।
पानी की जगह मूत्र का इस्तेमाल करती थी महिला
यह मामला गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके की एक सोसायटी का है, जहां एक रियल एस्टेट कारोबारी अपने परिवार के साथ रहता है। इस परिवार ने पिछले आठ साल से एक घरेलू सहायिका (रीना)को काम पर रखा हुआ था। हाल के महीनों में परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य में गिरावट आने लगी और डॉक्टर से परामर्श करने के बावजूद कोई खास सुधार नहीं हो रहा था तो इससे परिवार को शक हुआ कि कहीं खाने में कुछ गलत तो नहीं हो रहा है। शक को दूर करने के लिए कारोबारी ने रसोई में गुप्त रूप से सीसीटीवी कैमरा लगवाया, और जल्द ही कैमरे की फुटेज देखकर यह दिल दहला देने वाली सच्चाई सामने आई कि उनकी सहायिका रीना, खाना बनाते समय पानी की जगह मूत्र का इस्तेमाल कर रही थी।
सीसीटीवी कैमरे से खुली पोल
कैमरे में सहायिका को एक बर्तन में मूत्र करते हुए और फिर उसी का इस्तेमाल करके रोटियां बनाते हुए देखा गया। परिवार के सदस्य इस घटना से इतने स्तब्ध थे कि उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सहायिका को गिरफ्तार कर लिया और जब उससे पूछताछ की गई, तो शुरुआत में उसने अपने अपराध से इनकार किया। लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया, तो वह चुप हो गई और फिर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
चार महीने से कर रही थी यह घिनौना काम
रीना ने बताया कि वह पिछले चार महीनों से ऐसा कर रही थी। उसने कहा कि उसके मालिक उसे अक्सर छोटी-छोटी बातों पर डांटते थे और उसके काम में लगातार कमियां निकालते थे, जिससे वह खुद को अपमानित महसूस करती थी। इस अपमान का बदला लेने के लिए उसने यह घिनौनी हरकत शुरू की। उसे लगता था कि वह इस तरह मालिक और उनके परिवार को नुकसान पहुंचा रही है और इससे उसका बदला पूरा हो रहा है।
परिवार के सदस्यों को फुल बॉडी चेकअप कराना जरूरी
घटना की जानकारी पुलिस को दी गई और मेड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। इस घटना के बाद यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या सहायिका के मूत्र का सेवन करने से परिवार के स्वास्थ्य पर कोई गंभीर प्रभाव पड़ा है। एमएमजी अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संतराम वर्मा का कहना है कि सामान्य परिस्थितियों में मूत्र से लीवर या शरीर के किसी अंग पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, लेकिन अगर महिला किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो, तो उसका मूत्र हानिकारक हो सकता है। इसलिए, इस मामले में परिवार की पूरी तरह से स्वास्थ्य जांच कराना जरूरी है।
मनोचिकित्सक डॉ. संजीव त्यागी ने इसको गुस्सा निकालने का तरीका बताया
मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इस घटना पर चर्चा की जा रही है। वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. संजीव त्यागी का कहना है कि लोग जब बार-बार डांट और अपमान का सामना करते हैं, तो कभी-कभी वे आक्रोश में आकर बदला लेने की कोशिश करते हैं। हर व्यक्ति का गुस्सा निकालने का तरीका अलग होता है, और यह घटना भी उसी का परिणाम हो सकती है।
लोनी में जूस में मूत्र मिलाता था एक दुकानदार
गाजियाबाद की यह घटना अकेली नहीं है, इससे पहले लोनी में भी एक दुकानदार द्वारा फलों के जूस में मूत्र मिलाने का मामला सामने आया था, जहां खुशी जूस कार्नर पर दुकानदार आमिर ने ऐसा किया था। उस समय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था और राज्य सरकार ने ऐसे मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान किया था। इसी तरह की कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें खाने में थूकने या अन्य गंदगी मिलाने की घटनाएं शामिल हैं।
इस तरह की घटनाओं से यह सवाल उठता है कि क्या समाज में आपसी व्यवहार और कामकाजी माहौल को बेहतर बनाने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं, ताकि ऐसी घिनौनी हरकतों को रोका जा सके|