उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में धोखाधड़ी के आरोपितों की जमानत को लेकर जल्दी सुनवाई करने अथवा केस को किसी दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग को लेकर बीते मंगलवार को जिला जज तथा अधिवक्ताओं के बीच में नोकझोंक हुई, तत्पश्चात पुलिस के द्वारा अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया।
आपको बता दें कि लाठीचार्ज के इस मामले को लेकर अभी भी गाजियाबाद के अधिवक्ताओं में काफी रोष है। दरअसल उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष शिव किशोर गौड़ के द्वारा किए गए आह्वान पर गाजियाबाद समेत पूरे उत्तर प्रदेश में अधिवक्ता आज हड़ताल पर रहेंगे।
कचहरी में भी हंगामा होने के हैं पूरे आसार:
दरअसल गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा के द्वारा यह बताया गया है कि आज यानि सोमवार को इस आंदोलन के आगे की रूपरेखा को तैयार किया जाएगा। साथ ही हमारी सभी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम (DM) को भी दिया जाएगा।
जिस वजह से सोमवार यहां आज के दिन कचहरी में भी हंगामा होने के पूरे आसार दिख रहे हैं। इसके चलते ही पुलिस-प्रशासन के द्वारा भी कमर कस ली गई है। वहीं दूसरी तरफ यूपी बार काउंसिल के द्वारा गठित समिति भी मामले की जांच हेतु सोमवार को ही गाजियाबाद आएगी तथा जांच करके आख्या को यूपी बार काउंसिल को सौंपेगी।
आज बनाई जाएगी आंदोलन की पूरी रणनीति:
आज के दिन यानि सोमवार को ही सभी अधिवक्ता गाजियाबाद कचहरी में बैठक कर चले रहे आंदोलन के लिए आगे की रणनीति भी तैयार करेंगे। बता दें कि अधिवक्ताओं के द्वारा वाट्सएप ग्रुप पर भी अत्याचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहने के संदेश भेजे जा रहे हैं।
इसके साथ ही जज तथा पुलिसवालों पर कार्रवाई नहीं होने के लिए हड़ताल करने जैसे कई संदेश भी अधिवक्ताओं के द्वारा भेजे जा रहे हैं। वकीलों तथा जज में हुई नोकझोंक का यह मामला अब तेजी से तूल पकड़ेगा। लाठीचार्ज से सभी अधिवक्ताओं में गुस्से का गुबार भरा हुआ है जो आज फट सकता है।
आखिर कब तक चलेगी वकीलों की हड़ताल:
यूपी बार काउंसिल के अध्यक्ष दीपक शर्मा के द्वारा यह बताया गया है कि गाजियाबाद के जिला जज का तबादला करने समेत उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई एवं लाठीचार्ज करने वाले सभी पुलिस वालों का तबादला तथा उनके खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं होने तक सभी अधिवक्ता हड़ताल पर बने रहेंगे।
इसके अतिरिक्त इस पूरे प्रकरण में अधिवक्ताओं पर दर्ज की गई दोनों एफआइआर (FIR) को तत्काल रूप से खारिज किया जाए तथा चोटिल अधिवक्ताओं 2-2 लाख रुपये की मुआवजा राशि भी दी जाए। आज इन सभी मांगों को लेकर ही मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को दिया जाएगा।
बीते मंगलवार को हुई थी यह घटना:
दरअसल बीते मंगलवार की सुबह जिला जज अनिल कुमार-10 की अदालत में धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपितों की जमानत को लेकर सुनवाई होनी थी। वहीं शिकायतकर्ता की ओर से कोर्ट में मौजूद अधिवक्ता नाहर सिंह यादव का यह कहना है कि इस पूरे मामले की जल्दी सुनवाई हेतु जिला जज से अनुरोध किया गया था।
जिसके लिए उनसे कहा गया था कि यदि वह केस की नहीं सुन पा रहे हैं तो केस को किसी दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर कर दें। इसी बात को लेकर ही दोनों पक्षों में नोकझोंक शुरू हो गई। जिसके बाद विवाद को बढ़ता देख कर जिला जज अपने कक्ष में चले गए, हालांकि वकील उनकी कोर्ट में ही मौजूद रहे। जिसके बाद पुलिस के द्वारा वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया तथा उन्हें दौड़ाकर पीटा गया एवं कुर्सियां भी फेंकी गई।
वहीं इस दौरान करीब 10 से अधिक वकील घायल भी हुए हैं। लाठीचार्ज की वजह से वकील तथा वादकारियो में भगदड़ मच गई। तत्पश्चात मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल के द्वारा ही पूरी स्थिति नियंत्रण में लाया गया। वहीं कचहरी में दोपहर करीब 2 बजे तक वकीलों के द्वारा चैंबर बंद कर दिए गए। जबकि गुस्साए अधिवक्ताओं के द्वारा कचहरी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ करके वहां रखे सामान में भी आग लगा दी गई थी।