औषधि विभाग की टीम के द्वारा बीते शुक्रवार की देर रात को गाजियाबाद के शास्त्रीनगर में स्थित मैसर्स पाल मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। जिसमे लगभग 6 लाख से अधिक कीमत की कई नकली दवाएं सील की गई हैं। बता दें कि इनमें गैस रोकने वाला केप्सूल पेनटाप DSR, दर्द निवारक अल्ट्रासेट टेबलेट तथा एविल इंजेक्शन शामिल हैं।
जानते हैं कि क्या कहा औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने:
औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने यह बताया है कि सूचना मिलने के आधार पर ही शास्त्रीनगर में स्थित कार्टे चौराहे के पास संचालित एक मैसर्स पाल मेडिकल स्टोर पर टीम के द्वारा छापा मारा गया। उन्होंने बताया कि इसका संचालक नरेन्द्र हैं तथा पंजीकृत फार्मासिस्ट लवकुश है। फिलहाल वह मौके पर नहीं मिला है।
फ्रीज की बजाय जमीन पर पड़ी मिली दवाएं:
उन्होंने बताया कि इस दौरान वहां पर बिना प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारी बैठकर दवाएं बेचते हुए पाए गए थे। उनसे जब दवाओं की बिक्री का रजिस्टर मांगा गया तो वह भी नहीं मिला।
इसके साथ ही मेडिकल स्टोर में फ्रीज में रखने वाली दवाइयां जमीन पर पड़ी हुई मिली। अतः दवाओं की बिक्री नियम के अनुसार नहीं किए जाने पर ही सभी दवाएं सील कर दी गईं है।
नकली प्रतीत हो रही थीं सभी दवाईयां:
वहीं पूछताछ के बाद यह पाया गया है कि वह सभी दवाएं नकली प्रतीत होती हैं। इसलिए इन तीनों दवाओं का एक-एक नमूना ले लिया गया था, जिसे बाद में जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला में भी भेजा गया है। दरअसल औषधि निरीक्षक ने यह है बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सक्षम कोर्ट में औषधि तथा प्रसाधन सामग्री अधिनियम-1940 की सभी सुसंगत धाराओं के अंतर्गत वाद दायर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्टोर में उपलब्ध दवाओं के क्रय करने वाले अभिलेख भी नहीं पाए गए। इस आधार पर ही टीम के द्वारा दवाओं के नकली हाेने की आशंका जताई गई तथा उन्हें सील किया गया है। पूछताछ में यह भी बताया गया है कि दवाएं गोविंदपुरम तथा बुलंदशहर से खरीदी गईं थी। लेकिन वे लोग उसका भी बिल्कुल सही पता नहीं बता पाएं हैं।
2 साल में कई करोड़ की पकड़ी गईं नकली दवाएं:
औषधि विभाग के द्वारा पिछले 2 सालों में अलग-अलग स्थानों पर छापा मारा गया है। जिसमे कई करोड़ की नकली दवाएं भी पकड़ी गईं हैं। आपको बता दें कि इससे पहले लोनी में कैंसर की नकली दवाएं पकड़ी जाने के बाद एक चिकित्सक सहित कुल 8 लोगों को जेल भेजा गया था। वहीं मोदीनगर में भी 2 लोगों को अधिक मात्रा में नकली दवाओं के साथ विभाग के द्वारा पकड़ा गया था। इसी प्रकार डासना, राजनगर एक्स्टेंशन, मेरठ रोड़ तथा साहिबाबाद पर भी नकली दवाएं पकड़ी गई थी।