उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत बनने वाले गोल्डन कार्ड का कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है। रिपोर्ट में यह पता चला है कि 6 साल होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा स्वास्थ्यकर्मियों की लंबी चौड़ी फौज के द्वारा अभी तक सवा 2 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड भी नहीं बन पाए हैं।
दरअसल यह स्थिति तब मौजूद है जब शासन स्तर की तरफ से प्रत्येक विकासखंड तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क गोल्डन कार्ड बनाने की यह व्यवस्था की गई है। बता दें कि इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत तथा प्राथमिक स्कूलों में भी एक एक केंद्र गोल्डन कार्ड बनाने के लिए खोला गया है।
स्वास्थ्य विभाग नहीं दिखा गंभीर:
दरअसल मिली जानकारी के अनुसार पूरे गाजियाबाद जिले में करीब 1.66 लाख लाभार्थी परिवारों में कुल 7.74 लाख लोगों के योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं, लेकिन अब तक सिर्फ 5.80 लाख लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं।
अतः यह कहा जा सकता है कि शेष बचे करीब 2.14 लाख लोगों के लिए गोल्डन कार्ड बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल भी गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है।
योजना के तहत निःशुल्क ₹5 लाख तक का होता है इलाज:
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना की शुरूआत 2018 के सितंबर माह में शुरू की गई थी। इसके अंतर्गत लाभार्थी का ₹5 लाख तक का इलाज बिल्कुल निःशुल्क किया जाता है।
बता दें कि इससे पहले करीब 79000 लोग 5 बार के सर्वे के बाद भी नहीं मिले थे। जिस वजह से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शासन को पत्र भेज कर उक्त सभी परिवारों को आयुष्मान योजना से बाहर कर देने का अनुरोध किया गया है।
योजना के तहत 43145 लोगों ने कराया है इलाज:
बता दें कि पिछले 6 सालों में गाजियाबाद के कुल 43145 लोगों के द्वारा आयुष्मान कार्ड के जरिए से विभिन्न अस्पतालों में होने वाली अलग-अलग बीमारियों के लिए निःशुल्क उपचार कराया गया है।
मिली रिपोर्ट के अनुसार इन सभी लाभार्थियों में से करीब 39468 लोगों ने प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज कराया है। वहीं दूसरी ओर लगभग 3677 लोगों के द्वारा अपना इलाज सरकारी अस्पतालों में कराया गया है।
कई प्राइवेट अस्पतालों में नहीं किया जा रहा भर्ती:
गाजियाबाद जिले में कुल 92 सरकारी तथा प्राइवेट अस्पतालों में इस योजना के तहत बनने वाले कार्ड के माध्यम से इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। कई प्राइवेट अस्पतालों में इन कार्ड धारकों को भर्ती करने के नाम पर काफी परेशान भी किया जाता है। लोगों के द्वारा इसकी शिकायत CMO से लेकर शासन स्तर तक की जा रही है।
आइए जानते हैं योजना का पूरा विवरण:
नोडल आयुष्मान योजना डॉ. अनवर अंसारी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने का यह कार्य काफी तेजी से किया जा रहा है। मई माह में कुल 2391 लोगाें के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल, PHC, CHC तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों पर भी रोज गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं।