गाजियाबाद: दरअसल गाजियाबाद में हाल ही में एक हाई-प्रोफाइल हैनीट्रैप मामले का खुलासा हुआ है जहां कुछ युवतियों पर आरोप है कि वे पिछले एक साल से युवकों को अपने जाल में फंसाकर उनसे ठगी कर रही थीं। मामला 21 अक्टूबर को प्रकाश में आया, जब एक युवक को डेट के बहाने बुलाकर कैफे में भारी-भरकम बिल चुकाने का दबाव डाला जा रहा था लेकिन तभी पुलिस के मौके पर पहुंचते ही इस ठगी के पूरे खेल का पर्दाफाश हो गया और पुलिस ने 5 युवतियों समेत कुल 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
1 गिलास कोल्ड ड्रिंक के लिये बनाया 16,400 का बिल?
यह घटना दिल्ली के एक युवक के साथ हुई, जिसे एक युवती ने गाजियाबाद के कौशांबी स्थित टाइगर कैफे में मिलने बुलाया था। डेटिंग एप के जरिए पहले उस युवक को फंसाया गया, और फिर गाजियाबाद में बुलाकर जबरन वसूली की गई। कैफे में पहुंचने पर युवक को सिर्फ एक गिलास कोल्ड ड्रिंक के लिए 16,400 रुपये का बिल थमाया गया। जब युवक ने इस बिल का विरोध किया, तो उस पर दबाव बनाकर 50 हजार रुपये चुकाने की मांग की गई।
युवक ने अपनी लाइव लोकेशन भेज खुद को बचाया
युवक को कैफे की संदिग्ध स्थिति पर पहले से कुछ शक था क्योंकि कैफे के आसपास कोई साइनबोर्ड नहीं था और ऑनलाइन भी इसका कोई जिक्र नहीं था। संदेह के चलते युवक ने अपनी लाइव लोकेशन अपने दोस्त को भेज दी और उसे मैसेज भी कर दिया। इस सूचना के आधार पर कुछ समय बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और हैनीट्रैप के इस खेल से पर्दा उठा।
टाइगर कैफे मे चल रहा था रैकेट
इस पूरे रैकेट का संचालन कौशांबी मेट्रो स्टेशन के पास स्थित टाइगर कैफे से हो रहा था, जहां इन युवतियों द्वारा ठगी का खेल लंबे समय से चलाया जा रहा था। युवतियां पहले डेटिंग एप पर पुरुषों से संपर्क करती थीं और उनसे दोस्ती बढ़ाती थीं। फिर उन्हें मिलने के बहाने कैफे बुलाया जाता था, जहां पहले से ही बड़ी राशि का बिल तैयार रखा जाता था। कैफे में एक गिलास कोल्ड ड्रिंक के लिए 16,400 रुपये और एक समोसे के लिए 350 रुपये तक का चार्ज लगाया जाता था, जो मनमाना और अविश्वसनीय था। जो युवक इस भारी बिल का विरोध करते, उन्हें धमकियां दी जातीं और मारपीट भी की जाती।
लड़कियों को मिलता था बिल का 25 प्रतिशत
पुलिस की जांच में सामने आया है कि ठगी में शामिल पांचों लड़कियां दिल्ली की रहने वाली हैं और केवल 12वीं तक पढ़ी हैं। सभी आरोपी डेटिंग एप पर सक्रिय रहती थीं और पुरुषों को अपने जाल में फंसाने के लिए मीठी बातों का सहारा लेती थीं। इन युवतियों को कैफे में हर टेबल के बिल का 25 प्रतिशत हिस्सा मिलता था।
लाखो रुपये की हुई ठगी?
यह टाइगर कैफे वास्तव में एक साल के एग्रीमेंट पर 50 हजार रुपये महीने के किराए पर दो लोगों द्वारा संचालित किया जा रहा था। इस पूरे ठगी के खेल में इन युवतियों और संचालकों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया और उनसे लाखों रुपये ऐंठे। पुलिस ने इस मामले में अब तक कई अन्य पीड़ितों से भी संपर्क किया है, जो इस गिरोह की ठगी का शिकार हुए हैं।