नई दिल्ली: देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट आज, 22 अप्रैल 2025 को घोषित कर दिया गया। इस साल के रिजल्ट में महिलाओं का दबदबा रहा । इस वर्ष टॉप 10 में 5 महिलाओं ने जगह बनाई। जहाँ इस साल मूलतः बलिया में जन्मी प्रयागराज की शक्ति दुबे ने टॉप कर पूरे देश में तहलका मचा दिया तो वहीं हर्षिता गोयल ने भी ऑल इंडिया सेकंड रैंक के साथ हरियाणा का मान बढ़ाया।
1056 पदों पर हुआ सेलेक्शन
इस बार UPSC ने कुल 1056 पदों के लिए चयन प्रक्रिया चलाई थी लेकिन फाइनल मेरिट लिस्ट में केवल 1009 अभ्यर्थियों का नाम आया है बाकी का रिज़र्व लिस्ट में रहेगा। इंटरव्यू के लिए 2845 उम्मीदवारों को बुलाया गया था, लेकिन IAS-IPS जैसे पदों के लिए जो असली जंग थी — उसमें जीत हासिल की सिर्फ कुछ ही ने!
शक्ति दुबे की टॉप रैंक बनी चर्चा का विषय — प्रयागराज का नाम पूरे देश में रोशन
शक्ति दुबे अब न सिर्फ प्रयागराज बल्कि पूरे देश में युवाओं और बेटियों के लिए एक मिसाल बन गई हैं। लगातार संघर्ष, मेहनत और डेडिकेशन से उन्होंने UPSC जैसे इम्तिहान में टॉप कर इतिहास रच दिया है। वहीं हर्षिता गोयल की सेकेंड रैंक ने भी बेटियों की ताकत का झंडा बुलंद कर दिया।
देखें वर्गवार चयन की लिस्ट — किस कैटेगरी से कितने टॉपर्स
जनरल वर्ग: 335
ओबीसी: 318
ईडब्ल्यूएस: 109
एससी: 160
एसटी: 87
कब हुई थी परीक्षा?
प्रीलिम्स: 16 जून 2024
मेंस का एग्जाम: 20 से 29 सितंबर 2024
मेंस रिजल्ट: 9 दिसंबर 2024
इंटरव्यू: 7 जनवरी – 17 अप्रैल 2025
फाइनल रिजल्ट: 22 अप्रैल 2025
जाने टॉप 10 में कौन है शामिल:
1. शक्ति दुबे – ऑल इंडिया रैंक 1
2. हर्षिता गोयल – ऑल इंडिया रैंक 2
3. डोंगरे आर्चित पराग – ऑल इंडिया रैंक 3
4. शाह मारगी चिराग – ऑल इंडिया रैंक 4
5. आकाश गर्ग – ऑल इंडिया रैंक 5
6. कोमल पुनिया – ऑल इंडिया रैंक 6
7. आयुषी बंसल – ऑल इंडिया रैंक 7
8. राज कृष्ण झा – ऑल इंडिया रैंक 8
9. आदित्य विक्रम अग्रवाल – ऑल इंडिया रैंक 9
10. मयंक त्रिपाठी – ऑल इंडिया रैंक 10
रिजल्ट कैसे देखें:
UPSC की ऑफिसियल वेबसाइट https://upsc.gov.in पर जाकर के “What’s New” सेक्शन में “CSE Final Result ” पर टच करें।
उसके बाद पीडीएफ डाउनलोड करें और अपना नाम/रोल नंबर सर्च करें।
UPSC 2024 का रिजल्ट उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं। शक्ति दुबे और हर्षिता गोयल जैसी होनहार छात्राओं ने यह दिखा दिया है कि मेहनत, लगन और अनुशासन से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। यह सफलता सिर्फ उनके परिवार या शहर के लिए नहीं, पूरे देश के युवाओं के लिए एक मिसाल है।