नई दिल्ली: गूगल ने भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को हर किसी के लिए सुलभ बनाने के लिए नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को अधिक उपयोगी, आकर्षक और सुलभ शैक्षिक सामग्री प्रदान करना है। इस साझेदारी के तहत शिक्षा को डिजिटल माध्यम से बेहतर और व्यापक बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में यूट्यूब की भूमिका
यूट्यूब लर्निंग के प्रोडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर जोनाथन कैट्ज़मैन ने गूगल की एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि शिक्षा हमेशा से यूट्यूब की प्राथमिकताओं में से एक रही है। उन्होंने कहा, “भारत जैसे देश में, जहां शिक्षा की पहुंच को व्यापक बनाना बहुत जरूरी है यूट्यूब इनोवेटिव साझेदारियों और डिजिटल संसाधनों के माध्यम से इस उद्देश्य को पूरा करने में अहम भूमिका निभा सकता है। यह छात्रों के लिए एक ऐसा मंच है जो शिक्षण सामग्री को न केवल सुलभ बनाता है बल्कि उन्हें रोचक भी बनाता है।”
29 भाषाओं में यूट्यूब पर उपलब्ध होगी शैक्षिक सामग्री
इस साझेदारी के तहत एनसीईआरटी आने वाले महीनों में कई यूट्यूब चैनल लॉन्च करने जा रहा है। ये चैनल कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए हैं। खास बात यह है कि इन चैनलों पर शैक्षिक सामग्री 29 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी जिसमें भारतीय सांकेतिक भाषा भी शामिल है। यह पहल विभिन्न भाषाई और सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को उनकी पसंद की भाषा में पढ़ने का अवसर प्रदान करेगी।
गूगल और एनपीटीईएल की पहल
इसके अलावा गूगल ने नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहैंस्ड लर्निंग (NPTEL) के साथ भी साझेदारी की है। यह साझेदारी यूट्यूब के माध्यम से प्रमाणित पाठ्यक्रम शुरू करने पर केंद्रित है। इसके तहत विज्ञान, साहित्य, खेल, मनोविज्ञान और रॉकेट साइंस जैसे विभिन्न विषयों के कोर्सेज उपलब्ध कराए जाएंगे। कैट्ज़मैन ने बताया कि इस पहल से IIT के बाहर के छात्र भी NPTEL के यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध कोर्स कर सकेंगे और SWAYAM पोर्टल के जरिए सर्टिफिकेशन प्राप्त कर सकेंगे।
AI और अन्य डिजिटल टूल्स का होगा इस्तेमाल
गूगल की इस पहल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी प्रमुख योगदान होगा। AI तकनीक का उपयोग करके वीडियो में शामिल विभिन्न कॉन्सेप्ट्स की पहचान की जाएगी। इन कॉन्सेप्ट्स की परिभाषाएं और जानकारी गूगल के नॉलेज ग्राफ और अन्य डिजिटल संसाधनों से प्रदान की जाएगी। यह विशेष रूप से बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे विषयों के लिए उपयोगी होगा। इसके अलावा वीडियो की ट्रांसक्रिप्ट और मेटाडेटा के आधार पर अतिरिक्त जानकारी और संबंधित इमेज भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
छात्रों और शिक्षकों के लिए लाभ
यूट्यूब और NCERT के बीच यह साझेदारी स्पष्ट रूप से छात्रों और शिक्षकों के लिए अत्यधिक लाभदायक साबित होगी। आज के समय में यूट्यूब शिक्षा के लिए एक लोकप्रिय माध्यम बन चुका है और इस पहल से इसकी उपयोगिता और बढ़ जाएगी। एनसीईआरटी के यूट्यूब चैनल्स और प्रमाणित पाठ्यक्रमों के जरिए छात्रों को उनकी जरूरत के अनुसार शैक्षिक सामग्री मिलेगी जो उनकी सीखने की प्रक्रिया को और सरल बनाएगी।
यह कदम न केवल शिक्षा को डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगा बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच को व्यापक बनाकर देश के युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने में भी मदद करेगा।