उत्तर प्रदेश: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के द्वारा सिपाही भर्ती तथा RO-ARO यानि समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा में पेपर लीक करने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा की तलाश तेज कर दी गई है। बता दें कि जमानत पर छूटने के पश्चात वह फिलहाल अंडरग्राउंड हो गया है।
वहीं ईडी के द्वारा उसे कई नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं। इसके साथ ही गिरोह के सदस्यों के द्वारा अपराध की काली कमाई से जुटाई गई कई संपत्तियों का भी पता चला है। बता दें कि ईडी (ED) इस सभी संपत्तियों को चिन्हित करा रहा है तह इन्हें जल्द ही जब्त भी कराया जाएगा।
गिरोह ने अभ्यर्थियों से वसूले थे 3 करोड़ रुपए:
दरअसल ईडी के द्वारा गिरोह के सदस्य रहे रवि अत्री तथा सुभाष प्रकाश को पुलिस रिमांड पर लिया गया था, जिसके बाद उनसे लंबी पूछताछ भी की गई थी। वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि दोनों से पूछताछ के बाद सामने आया है कि हरियाणा में रहने वाले गिरोह के एक सदस्य के द्वारा अभ्यर्थियों से लगभग 3 करोड़ रुपये वसूले गए थे।
ED ने दो सदस्यों को रिमांड पर लेकर की थी पूछताछ:
ईडी (ED) उस सदस्य की भी लगातार तलाश कर रहा है। वहीं अब ईडी के द्वारा जल्द ही कुछ अभ्यर्थियों के बयान भी दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। आपको बता दें कि ईडी के द्वारा आरोपित रवि अत्री तथा सुभाष को बीते दिनों इसी केस की वजह से गिरफ्तार भी किया गया था
तथा उन्हें पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की गई थी। वहीं रवि प्रयागराज जेल एवं सुभाष मेरठ की जेल में बंद है। बता दें कि पेपर लीक मामले में एसटीएफ (STF) के द्वारा पहले ही दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।
ईडी के द्वारा जब्त की गई थी 1.02 करोड़ रुपये की संपत्ति:
दरअसल ईडी के द्वारा बीते 6 अगस्त की तारीख को इन दोनों परीक्षाओं में पेपर लीक कराने वाले मामले में शामिल रहे मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा तथा सुभाष प्रकाश की करीब 1.02 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की गई थीं। वहीं जल्द ही कुछ अन्य संपत्तियां भी जब्त की जा सकती हैं।
एसटीएफ (STF) के द्वारा की गई थी गिरफ्तारी:
आपको बता दें कि एसटीएफ के द्वारा सिपाही भर्ती का पेपर लीक कराने वाले मामले में शामिल रहे राजीव समेत सुभाष तथा रवि अत्री एवं अन्य कई आरोपितों काे गिरफ्तार किया गया था। इसके पश्चात में RO/ARO परीक्षा का पेपर लीक करवाने में भी इन सभी की भूमिका सामने आई थी।
वहीं ईडी के द्वारा लगातार इन दोनों मामलों की जांच की जा रही है। बता दें कि आरोपितों के द्वारा मानेसर (हरियाणा) समेत रीवा तथा भोपाल (मध्य प्रदेश) में स्थित रिसार्ट में सभी अभ्यर्थियों को बुलाकर उनसे काफी मोटी रकम वसूली गई थी, जिसके पश्चात परीक्षाओं का पेपर लीक करवाया गया था।