दिल्ली इलेक्शन: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आज सुबह 7 बजे से मतदान किया जा रहा है जो शाम 6 बजे तक लगातार चलेगा। मतदान को लेकर युवा समेत महिला मतदाताओं में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह से ही तमाम मतदान केंद्रों पर कतारें लग गई हैं। मतदाता वोट करके प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला कर रहे हैं।
सत्ता तक पहुंचने के लिए राजनीतिक दल जनता से कर रहे हैं अपील:
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में एक-एक वोट की अपनी अहमियत होती है। इसलिए चुनाव आयोग के द्वारा दिल्ली के हर मतदाता को मोबाइल पर एक संदेश भेजकर मतदान करने की अपील की जा रही है।
इसके अतिरिक्त राजनीतिक दलों के द्वारा भी हर वर्ग के मतदाता को साधने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई है। वह लगातार जनता से अपने पक्ष में वोट करने की अपील रह रहे हैं। आपको बता दें कि चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।
दिल्ली के दंगल में किसके साथ है जनता:
आपको बता दें कि इस चुनावी दंगल में दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों से पर चुनाव कराया जा रहा है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी (AAP) एवं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों समेत कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। जो इस चुनावी दंगल का हिस्सा बने हैं।
वहीं जिनकी किस्मत फिलहाल इस बात से तय होगी कि आखिर दिल्ली के 1 करोड़ 56 लाख 14 हजार मतदाताओं ने किसके मुद्दों को अधिक पसंद किया है और किसे नापसंद किया है। अब देखना यह होगा कि आखिर दिल्ली की जनता इस चुनावी दंगल में किसका साथ देती है।
कई प्रमुख प्रत्याशियों पर टिकी हैं जनता की निगाहें:
यहां कुछ ऐसे प्रत्याशियों की लिस्ट है जो इस चुनाव में काफी अहम हैं।
1)अरविंद केजरीवाल
2)प्रवेश वर्मा
3)संदीप दीक्षित
4)मनीष सिसोदिया
5)रमेश विधूड़ी
6)आतिशी
7)विजेंद्र गुप्ता
8)अवध ओझा
9)देवेंद्र यादव
10)गोपाल राय
जनता तय करेगी कि किसके सिर पर सजेगा ताज:
दअरसल दिल्ली के इस चुनावी दंगल में अपनी अपनी ताल ठोक रहे प्रत्याशियों की किस्मत युवा तथा महिलाओं के साथ कामकाजी उम्र के लोगों पर भी टिकी है। क्योंकि यह मतदाता ही तय करेंगे कि आखिर दिल्ली का ताज किसके सिर पर सजेगा।
वहीं दिल्ली विधानसभा में कुछ ऐसी सीटें भी हैं जो शुरुआत से लेकर मतदान के दिन तक चर्चा में बनी रही हैं क्योंकि उन पर प्रत्याशियों की हार अथवा जीत चुनाव परिणाम और दिल्ली की राजनीति में काफी अहम भूमिका निभाने वाली हैं।
इन क्षेत्रों पर रहेगी जनता की नजर:
1)नई दिल्ली
2)कालकाजी
3)जंगपुरा
4)रोहिणी
5)बाबरपुर
6)बादली
7)सीलमपुर
8)पटपड़गंज
9)ओखला
आखिर क्या हैं दिल्ली के प्रमुख मुददे:
1)मुफ्त सुविधाएं
2)यमुना की सफाई
3)वायु प्रदूषण
4)शराब घोटाला
5)कूड़े के पहाड़
6)लचर परिवहन व्यवस्था
7)दिल्ली का विकास
8)शिक्षा-स्वास्थ्य
9)सुरक्षा व्यवस्था
10)ट्रैफिक जाम इत्यादि।
दिल्ली में कितने प्रतिशत हैं 18 से 39 आयु के युवा मतदाता:
दअरसल दिल्ली में 18 से लेकर 39 वर्ष के युवा मतदाता करीब 45.18 प्रतिशत तथा महिला मतदाता करीब 46.34 प्रतिशत हैं। इसलिए चुनाव की घोषणा के पहले से ही प्रमुख राजनीतिक दलों के द्वारा उन्हें साधने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
इसमें एक दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली में 30 से लेकर 59 वर्ष के कामकाजी विमतदाताओं का प्रतिशत करीब 65.94 हैं। जिसमें 30 से लेकर 39 वर्ष के करीब 26.81 प्रतिशत युवा मतदाता भी शामिल हैं।
70 वर्ष से अधिक उम्र में महिला मतदाता हैं अधिक:
वैसे तो पुरुषों के मुकाबले दिल्ली में महिला मतदाताओं की संख्या कम है लेकिन 70 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं के मुकाबले अधिक है, जो करीब 13,866 अधिक है। वहीं 70 वर्ष से अधिक उम्र के कुल मतदाताओं की संख्या 10 लाख 65 हजार 679 है।
जिसमें से 5 लाख 25 हजार 893 पुरुष मतदाता हैं और 5 लाख 39 हजार 759 महिला मतदाता हैं। इसके अतिरिक्त लगभग 27 थर्ड जेंडर भी शामिल हैं। वहीं यह बुजुर्ग मतदाता भी इस बार पूरे उत्साह के साथ मतदान करने मतदान केंद्र पर पहुंच रहे हैं।
कामकाजी मतदाता भी निभाएंगे अहम भूमिका:
आपको बता दें कि दिल्ली में बहुत से युवा 24 अथवा 25 की उम्र में ही नौकरी पेशा शुरू कर देते हैं। ऐसे में नौकरी पेशेवर तथा कामकाजी उम्र के मतदाताओं की संख्या वर्तमान में करीब 70 प्रतिशत से भी अधिक है। यह कामकाजी उम्र के लोग भी प्रत्याशियों की किस्मत तय करने में बेहद अहम भूमिका निभा सकते हैं।