दिल्ली से दिल दहलाने वाली घटना: एक ही परिवार के 5 लोगों ने जहर खाकर की आत्महत्या? जानें पूरी ख़बर...
दिल्ली से दिल दहलाने वाली घटना

बसंतकुंज: दरअसल दिल्ली में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। वसंत कुंज के रंगपुरी गांव में एक ही परिवार के 5 सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली, जिसमें एक पिता और उसकी चार बेटियां शामिल हैं। सभी ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दी। जब पुलिस को इस बारे में सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर फ्लैट का ताला तोड़ा और सड़ी-गली हालत में शवों को बरामद किया।

घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, मृतक का नाम हीरालाल था, जो कि एक बढ़ई (कारपेंटर) का काम करता था। उसकी पत्नी की एक साल पहले कैंसर की वजह से मौत हो गई थी, और तभी से वह मानसिक और भावनात्मक रूप से टूट चुका था। पत्नी की मृत्यु के बाद से हीरालाल अवसाद में रहने लगा था और उसने अपनी बेटियों की देखभाल में ही अपना जीवन सीमित कर लिया था।


अस्पतालों के चक्कर काट-काट के परेशान था हीरालाल

हीरालाल की चार बेटियां थीं - नीतू, निक्की, नीरू, और निधि। इसमें से दो बेटियां दिव्यांग थीं, जिनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी हीरालाल पर ही थी । परिवार के करीबी लोगों और पड़ोसियों ने बताया कि हीरालाल जनवरी 2024 से अपनी नौकरी पर नहीं जा रहा था, जबकि वह पिछले 28 सालों से इंडियन स्पाइनल सेंटर में काम कर रहा था। उसका जीवन धीरे-धीरे पूरी तरह से अपनी बेटियों की देखभाल और अस्पतालों के चक्कर काटने में बीत रहा था। परिवार ने खुद को दुनिया से अलग कर लिया था, और पड़ोसी भी उनसे बहुत कम बातचीत करते थे।

फ्लैट से दुर्गंध आने पर घटना का पता चला

पुलिस को इस घटना की जानकारी तब मिली जब पड़ोसियों को फ्लैट से दुर्गंध आने लगी। जब फ्लैट के दरवाजे को कई बार खटखटाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला, तो मकान मालिक और पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। फ्लैट में दो कमरे थे एक कमरे में हीरालाल का शव मिला, जबकि दूसरे कमरे में उसकी चार बेटियों के शव बरामद हुए। पुलिस को घटनास्थल से जहरीले पदार्थ के पाउच और संदिग्ध तरल पदार्थ से भरे पांच गिलास मिले, जिनसे यह साफ हुआ कि सभी ने मिलकर आत्महत्या की है।


परिवार को आखिरी बार 24 सितंबर को देखा गया था

हीरालाल के परिवार को आखिरी बार 24 सितंबर को देखा गया था, जिसके बाद से फ्लैट का दरवाजा बंद था। जब पड़ोसियों ने लगातार दरवाजा बंद देखा और फ्लैट से बदबू आने लगी, तब जाकर उन्होंने इस बात की जानकारी पुलिस को दी।


पुलिस ने शुरू की जाँच

पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है, हालांकि अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे आत्महत्या के पीछे के कारणों का स्पष्ट पता चल सके। पुलिस ने घटना स्थल से कुछ साक्ष्य जुटाए हैं, जिनमें जहरीले पदार्थ के पैकेट, संदिग्ध तरल पदार्थ और गिलास शामिल हैं।


पत्नी की मौत के बाद से परेशान था हीरालाल

पुलिस ने मृतक के रिश्तेदारों और पड़ोसियों से पूछताछ की है, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि हीरालाल अपनी पत्नी की मौत के बाद से ही बेहद परेशान रहने लगा था। उसने अपने पारिवारिक मामलों में रुचि लेना बंद कर दिया था और अपनी बेटियों की बीमारी और देखभाल में ही व्यस्त रहता था। उसका सामाजिक जीवन लगभग खत्म हो चुका था और वह बहुत ही कम लोगों से मिलजुलता था।

घटना ने पूरे इलाके को किया दुखी

इस मामले ने पूरे इलाके में एक दुखद और भयावह माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और विस्तृत जांच कर रही है। विशेषज्ञों की टीम ने भी घटनास्थल का दौरा किया और फॉरेंसिक जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वास्तव में यह सामूहिक आत्महत्या का मामला है या फिर इसके पीछे कोई और कारण छिपा हुआ है।

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