बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो फेज-4 के तहत 2 नए कॉरिडोर को अपनी मंजूरी दे दी। पहला कॉरिडोर लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और दूसरा कॉरिडोर इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक होगा।
केंद्रीय कैबिनेट के निर्णय की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि दोनों गलियारे पर 8,399 करोड़ रूपए का व्यय आएगा। जिसकी व्यवस्था भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियां करेंगी। अनेक चरणों में मार्च,2026 तक दोनों कॉरिडोर पूर्ण होने की उम्मीद है। इसका लाभ प्रतिदिन लगभग 2.5 लाख यात्रियों को मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी)
286 स्टेशनों वाले 391 किलोमीटर के नेटवर्क का परिचालन करती है। दिल्ली मेट्रो अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते नेटवर्क में शामिल है। फेज-4 के विस्तार के तहत 65 किलोमीटर के एक नेटवर्क का निर्माण प्रगति पर है।
फेज-4 का पहला कॉरिडोर - लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक
• लगभग 8.4 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन में 8 स्टेशन होंगे।
•यह पूरी लाइन सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और वॉयलेट लाइन को कनेक्ट करेगी।
• यह पूरी लाइन पूर्णतया एलिवेटेड होगी।
•इस लाइन पर ये 8 मेट्रो स्टेशन लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश - 1, चिराग दिल्ली, पुष्पा भवन, साकेत जिला केंद्र, पुष्प विहार, साकेत जी - ब्लॉक प्रस्तावित है।
फेज-4 का दूसरा कॉरिडोर- इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक
•यह लाइन ग्रीन लाइन का एक्सटेंशन होगा।
•इस लाइन से रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइन के लिए इंटरचेंज किया जा सकेगा।
4. इस गलियारे के जरिए बहादुरगढ़ तक कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
•इसमें 11.34 किलोमीटर भूमिगत लाइन जबकि 1.02 किलोमीटर एलिवेटेड होगा। इस लाइन पर 10 स्टेशन प्रस्तावित हैं।
•इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ गलियारे पर प्रस्तावित हैं ये स्टेशन: इंद्रलोक, दया बस्ती, सराय रोहिल्ला, अजमल खान पार्क, नबी करीम, नई दिल्ली, एलएनजेपी अस्पताल, दिल्ली गेट, दिल्ली सचिवालय, इंद्रप्रस्थ।