आतिशी का मिशन गड्ढा मुक्त : दिल्ली की जर्जर सड़कों पर आप सरकार का बड़ा कदम, सीएम आतिशी ने मंत्रियों के साथ सड़कों का किया परीक्षण?
आतिशी का मिशन गड्ढा मुक्त

दिल्ली : दिल्ली की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के उद्देश्य से सोमवार से दिल्ली सरकार ने बड़े पैमाने पर अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री आतिशी ने खुद मोर्चा संभालते हुए अपने मंत्रियों और आप विधायकों के साथ सड़कों की जमीनी हकीकत को समझने के लिए क्षेत्रों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान कई जगहों पर सड़कों की हालत बेहद खराब पाई गई, खासकर बारिश के कारण सड़कों पर गड्ढे और टूट-फूट अधिक नजर आई। मुख्यमंत्री आतिशी ने सराय काले खां सहित दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में सड़कों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगले 2-3 दिनों के भीतर सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा और दिवाली तक लगभग 1,400 किलोमीटर लंबी सड़कों का पुनर्निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।

सरकारी अधिकारियों और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के इंजीनियरों को निर्देश दिए गए कि सड़कों की मरम्मत के काम में तेजी लाई जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आतिशी ने यह भी कहा कि सड़कों की मौजूदा स्थिति न केवल जनता के लिए असुविधाजनक है, बल्कि दुर्घटनाओं का भी कारण बन सकती है, इसलिए इसे प्राथमिकता पर ठीक किया जाएगा।

मंत्रियों ने लिया सड़कों का जायजा

इस अभियान के अंतर्गत मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पूर्वी दिल्ली की सड़कों का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि कई जगहों पर पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़कों को ठीक नहीं किया गया है, जिससे पिछले 6-7 महीनों से वे जर्जर हालत में पड़ी हैं। उन्होंने अधिकारियों से जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत कराने को कहा। इसी प्रकार, मंत्री गोपाल राय ने यमुना विहार-वजीराबाद रोड का दौरा किया और निर्देश दिया कि सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए, ताकि लोगों को आने-जाने में कोई असुविधा न हो।

मंत्री कैलाश गहलोत ने नजफगढ़-मित्राऊं गांव और नजफगढ़-बहादुरगढ़ रोड का निरीक्षण किया, जहां सड़कों की स्थिति अत्यधिक खराब पाई गई। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत गड्ढे भरने और सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश दिए। गहलोत ने नजफगढ़-ढांसा रोड का भी दौरा किया और मरम्मत कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया।

मंत्री इमरान हुसैन ने पहाड़गंज विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का निरीक्षण किया, जिसमें पहाड़गंज चौक, सदर थाना रोड और ईदगाह रोड जैसी प्रमुख सड़कों का दौरा किया गया। उन्होंने इन सड़कों की मरम्मत के लिए तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए। वहीं, मंत्री मुकेश अहलावत ने मुंडका, किराड़ी और सुल्तानपुर का दौरा कर सड़कों की हालत का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने और सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता देने की बात कही, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश के कारण सड़कों को नुकसान पहुंचा है।

भाजपा ने दिल्ली सरकार पर किया तीखा प्रहार

इस पूरे अभियान के बीच, भाजपा ने दिल्ली सरकार पर तीखा हमला किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली की सड़कों को बर्बाद कर दिया है। अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो सरकार गड्ढा मुक्त सड़कों का दावा कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आतिशी और उनके मंत्री चाहे जितना भी सड़कों का निरीक्षण कर लें, लेकिन उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप समाप्त नहीं होंगे। भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले गरीब लोगों के लिए सरकार कोई नागरिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा रही है और पिछले 10 सालों से 9,000 से ज्यादा तैयार फ्लैट्स इन गरीबों को नहीं दिए गए हैं।


भ्रष्टाचार के कारण सड़कों की स्थिति गांवों से भी बदतर

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने खुद सड़कों की स्थिति का जायजा लिया और बताया कि मजनू का टीला, खैबर पास, सिग्नेचर ब्रिज और आसपास के क्षेत्रों की सड़कों की हालत बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि ये सड़के दिल्ली को हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे बड़े शहरों से जोड़ती हैं और इन पर रोज लाखों वाहन चलते हैं, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण इन सड़कों की स्थिति गांवों से भी बदतर हो गई है।

भाजपा के इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच दिल्ली सरकार के मंत्री लगातार सड़कों की मरम्मत के काम को लेकर सक्रिय नजर आ रहे हैं। हालांकि, यह देखना बाकी है कि दिवाली तक सड़कों को ठीक करने का वादा कितना प्रभावी साबित होता है और भाजपा के आरोपों का जनता पर क्या असर पड़ता है।

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