दिल्ली: विधानसभा चुनाव के परिणाम आने से ठीक एक दिन पहले ही यानि शुक्रवार को दिल्ली की सियासत में एक बड़ा मामला सामने आया है। दरअसल आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक तथा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा अपने प्रत्याशियों को खरीदने वाले किए गए दावे के पश्चात अब इस मामले में ACB यानि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की भी एंट्री हो गई है।
LG वीके सक्सेना ने दिए हैं जांच के आदेश:
दअरसल दिल्ली के एलजी (LG) वीके सक्सेना के द्वारा आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ एसीबी जांच का आदेश दिया गया है। केजरीवाल ने यह आरोप लगाया था कि भाजपा उनके कुछ उम्मीदवारों को करोड़ों रुपये देकर खरीदने की पेशकश की है।
जिसके बाद ऐसा बताया जा रहा है कि एसीबी (ACB) की 3 सदस्यीय टीम अरविंद केजरीवाल के घर पर पहुंच गई है और वह अरविंद केजरीवाल के 15 करोड़ रुपए देने वाले दावे को लेकर पूछताछ भी कर सकती है।
जानते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला:
दरअसल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा बीते गुरुवार को भाजपा (BJP) नेताओं पर बड़ा आरोप लगाते हुए यह कहा गया था कि आम आदमी पार्टी के करीब 16 उम्मीदवारों को खरीदने के लिए फोन आया है। जिसमें प्रत्येक को 15-15 करोड़ रुपए देने का ऑफर भी दिया गया है। बता दें कि AAP के सांसद संजय सिंह ने भी यही आरोपी लगाए थे।
वहीं आम आदमी पार्टी के एक नेता ने आगे यह भी कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी ने कई बार हमारे विधायकों तथा नेताओं को खरीदने का प्रयास भी किया है, जिसमें वह कई बार सफल भी हो गए हैं। भाजपा ने हमारे विधायकों और सांसदों को पैसे तथा जांच एजेंसियों का डर दिखाकर उनको तोड़ा है।
इतना कुछ हो जाने के बावजूद भी चुनाव आयोग ने कुछ नहीं किया: आप
इसके अतिरिक्त आम आदमी पार्टी के सांसद ने भाजपा (BJP) पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने सरेआम इस चुनाव में पैसे, जूते, चप्पल तथा साड़ियां तक बांटी हैं। साथ ही लोगों की उंगलियों पर स्याही से निशान भी लगाया गया है।
इतना ही नहीं मतदान वाले दिन लोगों के रास्ते रोके गए, जंगपुरा में पैसे तक बांटे गए हैं, लेकिन इतना होने के बावजूद भी चुनाव आयोग ने किसी भी एक छोटे अधिकारी पर एक्शन नहीं लिया है।
बिना पूछताछ किए ही वापस लौट गई ACB की टीम:
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी की लीगल टीम के प्रमुख संजीव नसियार का यह कहना है कि एक टीम बिना नोटिस के ही यहां आई थी, लेकिन बाद में नोटिस कहीं से मंगाया गया। जिसके बाद हमें नोटिस दिया गया लेकिन नोटिस में यह नहीं बताया गया है कि आखिर शिकायतकर्ता कौन है?
उन्होंने आगे बताया कि हमें सिर्फ एक इंटरनेट मीडिया पोस्ट का हवाला दिया गया था। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर से एसीबी (ACB) की टीम बिना कोई पूछताछ किए ही वापस लौट गई।
ACB मुख्यालय के लिए रवाना हुए संजय सिंह:
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही एक तरफ जहां एसीबी को अंदर नहीं जाने दिया गया और वह बिना पूछताछ किए ही वापस लौट गई है, वहीं दूसरी तरफ संजय सिंह एसीबी (ACB) मुख्यालय के लिए निकल गए हैं।
फिलहाल वह अपने साथ कुछ वकीलों को भी वहां लेकर गए है । जिसके बाद ACB ने उनका बयान दर्ज कराएंगे। इसके अतिरिक्त दो अलग-अलग टीम अरविंद केजरीवाल तथा मुकेश अहलावत के आवास पर भी उनके बयान दर्ज करने तथा जांच करने के लिए भेजी गई हैं।
क्या कहना है ACB चीफ मधुर वर्मा का:
दअरसल ACB चीफ मधुर वर्मा का यह कहना है कि संजय सिंह के बारे में जैसे पता चला कि वह शिकायत देने के लिए सिविल लाइंस स्थित एसीबी (ACB) मुख्यालय ही आ रहे हैं तो हमने एक टीम को मुख्यालय में ही रोक लिया गया है।
जैसे ही संजय सिंह यहां आएंगे तो एसीपी (ACP) रैंक के अधिकारी के द्वारा उनकी शिकायत लेकर उनका बयान दर्ज किया जाएगा। फिलहाल अब तक वह एसीबी (ACB) मुख्यालय नहीं पहुंचे हैं।
केजरीवाल को बदनाम करने की है साजिश:
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा है कि एसीबी को यहां नोटिस के साथ आना चाहिए था। यह बिना किसी नोटिस तथा बिना किसी कागज के ही यहां आए थे। यहां पर बैठकर एसीबी (ACB) सिर्फ नाटक कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह भाजपा की बौखलाहट है। वहीं आम आदमी पार्टी की लीगल टीम भी कह रही है कि पुलिस अब गुंडागर्दी कर रही है। लेकिन जब तक हम लोग यहां पर हैं तब तक पुलिस को कोई भी गैर कानूनी काम नहीं करने देंगे। यह सब अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की सिर्फ साजिश है।