अयोध्या रेप कांड: 12 साल की पीड़िता के इलाज पर नहीं हो सका फैसला, सपा नेता के समर्थकों की धमकियों से सहमी लाचार माँ?
अयोध्या रेप कांड

अयोध्या के महिला अस्पताल में भर्ती 12 साल की दुष्कर्म पीड़िता के इलाज को लेकर अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। पीड़िता के गर्भ में 12 हफ्ते का भ्रूण है, और विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भपात के लिए बाल कल्याण समिति और परिजनों की लिखित सहमति की आवश्यकता है।

चिकित्सा विशेषज्ञों ने यह भी सुझाव दिया है कि बच्ची की स्थिति को देखते हुए उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में इलाज के लिए भेजा जाना चाहिए, क्योंकि वहां बेहतर सुविधाएं और विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध हैं। रविवार को सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर चर्चा की। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय सोमवार को होने की उम्मीद है, क्योंकि लिखित सहमति और अन्य औपचारिकताएं अभी बाकी हैं।

पीड़िता के परिवार को मोईद खान के समर्थक दे रहे धमकियाँ

इस मामले को लेकर परिवार को गंभीर मानसिक तनाव और डर का सामना करना पड़ रहा है। पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी सपा नेता मोईद खान के समर्थक उन्हें लगातार धमकियां दे रहे हैं और समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। इस वजह से परिवार डरा हुआ है और न्याय की मांग कर रहा है।

भाजपा नेता दिलाएंगे दोषियों को सख्त से सख्त सजा

भाजपा के नेताओं ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद और नरेंद्र कश्यप ने परिवार को आश्वस्त किया कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी और सरकार उनके साथ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आरोपी को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी की अवैध संपत्तियों की जांच जारी है, और जल्द ही उन पर बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है।

आरोपी की अवैध संपत्तियों पर हुई कार्रवाई

इसके अलावा, आरोपी के मकान में चल रही पुलिस चौकी को भी खाली करा दिया गया है और वहां की जमीन की पैमाइश की जा रही है। आरोपी के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों को भी खाली करने के आदेश दिए गए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि इन अवैध संपत्तियों पर जल्द ही बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन की टीम इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

भाजपा का संदेश:न्याय हर पीड़ित का अधिकार

सरकार की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि अपराधी चाहे कितना भी रसूख वाला हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। भाजपा के राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत ने कहा कि पार्टी की नीति है कि पीड़ित चाहे किसी भी जाति या धर्म का हो, उसे न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और मौजूदा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयानों की भी निंदा की और कहा कि किसी भी हालत में अपराधी का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी दल का हो।