अब ड्रोन की मदद से खेतों में लहलहाएंगी फसलें: घर बैठे होंगे खेती के सारे काम, किसानो की जिंदगी होगी आसान...
अब ड्रोन की मदद से खेतों में लहलहाएंगी फसलें

कृषि: ड्रोन के इस्तेमाल से किसानो को अपने खेतों में काम करने में बहुत आसानी महसूस होगी। इसके माध्यम से वे घर बैठे ही बीज बोने, कीटनाशकों का छिड़काव करने, खेतों की निगरानी करने और अन्य कृषि कार्यों को संपादित कर सकेंगे। इससे उन्हें तपती गर्मी या ठंडी रातों में खेतों में अधिक विशेषता से काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ड्रोन एक्सपो में आया एग्रीकल्चर ड्रोन

प्रगति मैदान में हॉल नंबर 12 वा 12 ए में आयोजित पुलिस एंड ड्रोन एक्सपो में इस एग्रीकल्चर ड्रोन का प्रदर्शन हुआ। कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस ड्रोन का उपयोग न केवल कृषि भूमि के मानचित्रण में सहायक है, बल्कि यह प्राकृतिक आपदाओं के दौरान फसलों के नुकसान का पता लगाने में भी मदद करता है।

ड्रोन कंपनी के इंजीनियर दीपक यादव ने विवरण दिया कि इस ड्रोन को विशेष रूप से कृषि उद्योग की जरूरतों के अनुसार डिज़ाइन किया गया है। "एग्री शक्ति 10 एल" नाम के इस ड्रोन की योग्यता है कि यह 15 मिनट तक उड़ सकता है और इसमें 10 लीटर का स्प्रे टैंक है, जिससे यह सात मिनट में एक एकड़ में छिड़काव कर सकता है। यह ड्रोन स्वदेशी तकनीक पर आधारित है और इसकी कीमत दो लाख रुपये से थोड़ी अधिक है। 

ड्रोन के उपयोग से किसानों की सेहत मे आयेगा सुधार

ड्रोन के उपयोग से किसान अब अपने खेतों में काम कर सकेंगे, जिससे उन्हें अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी और वे भीषण गर्मी या ठंडी में हीट स्ट्रोक या लू से बच सकेंगे। इससे इन बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या में कमी आएगी। कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन के उपयोग से पारंपरिक कृषि पद्धतियों में क्रांति आएगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देते हुए फसल की पैदावार में वृद्धि होगी।

खेती के किन कामो को करने मे सक्षम होगा ड्रोन?

ड्रोन को खेती के कई कामों में उपयोग किया जा सकता है, जिसमें से कुछ निम्न है:

बीज बोना: ड्रोन का उपयोग बीज की बुआई के लिए किया जा सकता है। यह खेत के विभिन्न हिस्सों में समान रूप से बीज बोने में मदद कर सकता है।

कीटनाशकों का छिड़काव: ड्रोन स्प्रेयर्स के रूप में उपयोग किया जा सकता है जो कीटनाशकों के छिड़काव के लिए उचित होते हैं। इससे विशेष रूप से बड़े खेतों में कार्य को तेजी से पूरा किया जा सकता है।

निगरानी करना: ड्रोन कैमरे और सेंसर्स के साथ लैस होते हैं, जिनसे खेतों की स्थिति का निरीक्षण किया जा सकता है। इससे पर्यावरणीय परिस्थितियों, स्थानीय विशेषताओं और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

फसल समीक्षा: ड्रोन से फसलों की समीक्षा की जा सकती है, इससे उनकी सेहत और प्रगति के बारे मे पता लगाया जा सकता है।

सिंचाई के समय देख-रेख: ड्रोन से सिंचाई की आवश्यकता और पानी के उपयोग का अनुमान लगाया जा सकता है, जिससे नियंत्रित और सही तरीके से खेतों को पानी दिया जा सकता है।

ड्रोन के इस्तेमाल से होने वाले लाभ

ड्रोन के उपयोग से किसानों को कई लाभ हो सकते हैं:

कार्य की सरलता: ड्रोन के उपयोग से किसान अपने खेतों में काम को सरल बना सकते हैं। उन्हें बीज बोने, कीटनाशकों का छिड़काव करने, खेतों की निगरानी करने और अन्य कृषि कार्यों को संपादित करने में सहायता मिलेगी। 

उत्पादकता में वृद्धि: ड्रोन से फसलों की निगरानी और देखभाल करने से प्रारंभिक या संपादित नुकसान को पहचानने का अवसर मिलता है, जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि होगी। 

काम की शर्तों में सुधार: ड्रोन के उपयोग से किसान को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती, विशेषतः भीषण गर्मी या ठंडी में हीट स्ट्रोक या लू से किसान खुद को बचा सकते हैं।

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