महिला थानेदार और इंस्पेक्टर पिटाई कांड: तमाशबीन बने पुलिसकर्मीयों पर गिरी गाज, पति-पत्नी और वो का मामला आया सामने?
महिला थानेदार और इंस्पेक्टर पिटाई कांड

उत्तर प्रदेश में आगरा में बीते शनिवार की शाम को रकाबगंज इंस्पेक्टर शैली राणा के सरकारी आवास पर एक हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। दरअसल मेरठ से इंस्पेक्टर की पत्नी तथा परिजनों ने एक साथ धावा बोल दिया और पति महिला इंस्पेक्टर के धर पर पकड़ा गया। यह देख कर पत्नी बेकाबू हो गई जिसके बाद घरवालों ने पति तथा उस महिला इंस्पेक्टर को थाने में ही बने आवास पर जमकर पीटा। वहीं शैली राणा के वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं जिसमे वह रील बनाती हुई दिखाई दे रही हैं। जिस पर लोगों के द्वार तरह तरह की प्रतिक्रियाएं भी दी जा रही हैं।

आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला:

दरअसल यह पूरा मामला रकाबगंज थाना परिसर का है। जहां पर थाना प्रभारी शैली राणा अपने आवास में अकेले रहती हैं। दरअसल बीते शनिवार को उनके एक दोस्त इंस्पेक्टर पवन नागर, जो मुजफ्फरनगर में तैनात है, उनसे मिलने आए थे। इसी बीच 2 महिलाएं तथा कुछ आदमी उनके आवास में घुस कर गाली गलौज करने लगे। वहीं अंदर से महिला इंस्पेक्टर तथा मुजफ्फरनगर में तैनात महिला का दोस्त अथवा इंस्पेक्टर पवन नागर को भी घसीटकर बाहर ले आए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह देखा जा सकता है कि इंस्पेक्टर बनियान पहने हुए थे। जिन्हे युवकों के द्वारा जमकर पीटा गया। वहीं महिला इंस्पेक्टर के भी दोनों हाथ पकड़कर उसके तमाचे जड़े गए और हाथ मरोड़ दिया गया। वहीं मुजफ्फरनगर इंस्पेक्टर की पत्नी ने वहां गालीगलौज भी की। जिस वजह से काफी देर तक वहां चीख पुकार मचती रही। घटना के दौरान शोर सुनकर थाने के सभी पुलिसकर्मी वहां पर आ गए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पुलिसकर्मियों ने सभी को बचाने के बचाए वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वीडियो में दिख रहा है कि थाने की इंस्पेक्टर अपने थाने में ही पिटती रही तथा सभी पुलिसकर्मी वहां पर तमाशा देखते रहे। इतना ही नहीं वीडियो बनाने के बाद उसे वायरल भी कर दिया। 

सूत्रों के अनुसार पता चलता है कि पुरुष इंस्पेक्टर के परिजनों को उसी थाने से ही सूचना दी गई थी और यह पूरी पटकथा भी पुलिसकर्मियों के द्वारा ही लिखी गई थी। इसी दरम्यान सूचना मिलने पर एसीपी सदर सुकन्या शर्मा मौके पर पहुंचीं। हालांकि उसके कुछ देर बाद ही DCP सिटी सूरज राय भी वहां पर आ गए। साथ ही इस मामले को लेकर पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की गई है।

ट्रांसफर बदलवाने के नाम पर पुलिस वाला आया था आगरा:

घटना के बाद पुलिस की पूछताछ में महिला ने यह बताया है कि उसका नाम गीता नागर है। वहीं उसने अपने पति पवन नागर को महिला इंस्पेक्टर के घर पर पकड़ा है। दरअसल पवन नागर मुजफ्फरनगर में तैनात थे लेकिन उनका तबादला विजिलेंस में हो गया है। वहीं लगभग 1 महीने से वह मेडिकल अवकाश के कारण घर पर ही थे। बाद में वह यह कहकर घर से निकले थे कि अपना तबादला रुकवाने के लिए बाहर जा रहा हूं। लेकिन बाहर आने के बाद उन्होंने कई दिनों से किसी से घर में संपर्क भी नहीं किया था।
 
शक के आधार पर पत्नी पहुंची थी आगरा:

इन्स्पेक्टर की पत्नी ने बताया कि उनको यह शक था कि उनका पति आगरा में महिला इंस्पेक्टर के घर पर हो सकता है। इसलिए वह अपने भाई ज्वाला नागर सहित भाभी सोनिया नागर तथा बेटे अधिराज नागर के साथ आगरा आईं थी। आगरा आकर वह सभी सीधे महिला इंस्पेक्टर के सरकारी आवास पर ही पहुंच गए। वहां जाकर देखा कि उनके पति की गाड़ी बाहर ही खड़ी थी। जिसके बाद यह पूरी घटना हुई है।उन्होंने महिला इंस्पेक्टर पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि आगरा इंस्पेक्टर की पत्नी के साथ 2 पुरुष भी आए थे। लेकिन बाद में वह दोनो भाग गए थे जिन्हे वीडियो में में देखा जा सकता है।
 
नोएडा में तैनाती के समय हुई थी मित्रता:

इंस्पेक्टर पवन नागर की पत्नी गीता नगर ने पुलिस को यह बताया है कि उनके पति की इसके पूर्व नोएडा में तैनाती थी और उसी वक्त इंस्पेक्टर शैली राणा भी वहां पर तैनात थीं। वहीं पर इन दोनों के बीच दोस्ती हो गई। उन्होंने बताया कि वह समझ नहीं पा रही हैं कि आखिर उनके पति चाहते क्या हैं? पत्नी ने यह भी आरोप तक लगाए कि उनके पति को यह भीं लालच है कि वह इंस्पेक्टर से मोटी रकम ले लेंगे। 

आपको बताते हैं कि आखिर अधीनस्थों ने उन्हें क्यों नहीं बचाया:

दरासल इंस्पेक्टर शैली राणा के अपने थाने में अधीनस्थों से संबंध अच्छे नहीं हैं। इससे पहले उनका अपने अधीनस्थों से कोई विवाद हुआ था। वहीं यह भी बताया गया है कि जब कभी शैली राणा अधीनस्थों से अपनी नाराजगी जाहिर करती थीं तो यह भी किसी को रास नहीं आता था। इसी वजह से थाने में उनके खिलाफ माहौल बना हुआ था।शायद यही मुख्य वजह है जो बवाल के दौरान भी पुलिस कर्मियों के द्वारा किसी का बीच-बचाव नहीं किया गया और न ही मारपीट करने वालों को भी रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गाय। सभी चुपचाप तमाशा देखते रहे और उसका वीडियो भी बनाते रहे। जिसके बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर पुलिस कर्मियों के द्वारा ही वायरल किया गया। अतः यह कहा जा सकता है कि अपने ही थाने की इंस्पेक्टर की छवि को खराब करने में पुलिस कर्मियों ने बेहद अहम भूमिका निभाई है।

8 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज:

बता दें कि जब महिला इंस्पेक्टर के साथ मारपीट हो रही थी उस वक्त पुलिस खामोश क्यों रही? वह आरोपियों को पकड़ती और उनमें बीच-बचाव कराती। वहीं दोनों पक्षों को थाने लेकर भी जाती। जो की वास्तव में पुलिस का कर्तव्य है। लेकिन पुलिस तो वहां पर खड़ी तमाशा देख रही थी। साथ ही वीडियो भी बना रही थी।

वीडियो को देखकर घटना स्थल पर मूकदर्शक बनकर खड़े हुए सभी पुलिस कर्मियों को चिह्नित किया गया है। जिसके बाद उन पर एक्शन लिया गया है। आपको बता दें कि मारपीट के समय वीडियो बनाने वाले मुख्य आरक्षी विशाल तथा हरिकेश को तत्काल रूप से निलंबित किया गया है। वहीं दरोगा देवेंद्र, दरोगा सुनील लांबा तथा मुख्य आरक्षी रेखा महिला थाना, सिपाही अंकित एवं PRV पर तैनात सिपाही गिरीश तथा चालक राजेंद्र को भी लाइन हाजिर किया गया है। वहीं इसके अतिरिक्त घटना स्थल पर मौजूद 1 होमगार्ड के खिलाफ भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।

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