WTC के फाइनल में भारत के पहुंचने की राह हुई मुश्किल: बाकी बचे 2 में से 2 मैच पड़ेंगे जीतने जबकि साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के लिए आसान होगी राह?
WTC के फाइनल में भारत के पहुंचने की राह हुई मुश्किल

स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ होने के बाद 5 मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। इस नतीजे ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की जद्दोजहद को और रोमांचक बना दिया है। फिलहाल साउथ अफ्रीका पहले, ऑस्ट्रेलिया दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर बना हुआ है। भारत को WTC फाइनल में पहुंचने के लिए अपने अगले दोनों मुकाबले जीतने होंगे। वहीं ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की राह थोड़ी आसान नजर आ रही है।

भारत के पास जीत के अलावा कोई और विकल्प नहीं

भारत के पास अब फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है और वो ये है कि भारत दोनों बचे हुए मैच किसी भी हाल में जीते। फिलहाल भारत के खाते में 17 मैचों में 9 जीत, 6 हार और 2 ड्रॉ से 114 अंक हैं। हालांकि स्लो ओवर रेट के कारण भारत पर 2 अंकों की पेनल्टी लगी जिससे भारत का पर्सेंटेज 55.88% हो गया है।

अगर भारत एक भी मैच हारता है तो टीम का फाइनल में पहुंचना नामुमकिन हो जाएगा। सीरीज में भारत के प्रदर्शन के अलग-अलग परिणाम फाइनल की दौड़ को प्रभावित कर सकते हैं:

सीरीज 3-1 से जीत: भारत का पर्सेंटेज 60.53% होगा और टीम सीधे फाइनल में पहुंच जाएगी।

सीरीज 2-1 से जीत: भारत का पर्सेंटेज 57.02% होगा, लेकिन टीम को उम्मीद करनी होगी कि ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका से 1-0 से जीते या साउथ अफ्रीका पाकिस्तान से 0-1 से हार जाए।

सीरीज 2-2 से ड्रॉ: भारत का पर्सेंटेज 55.26% रहेगा। यहां फाइनल की राह मुश्किल होगी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका से हारना या साउथ अफ्रीका को पाकिस्तान से दो मैच हारने की जरूरत होगी।

सीरीज 1-1 से ड्रॉ: भारत का पर्सेंटेज 53.51% होगा यहां फाइनल की रेस से बाहर होने की संभावना सबसे ज्यादा है।


ऑस्ट्रेलिया के पास है ज्यादा मौके

ऑस्ट्रेलिया के पास फाइनल में पहुंचने के कई अवसर हैं। टीम ने अब तक 15 मैचों में 9 जीत, 4 हार और 2 ड्रॉ के साथ 58.89% पर्सेंटेज हासिल किया है। हालांकि स्लो ओवर रेट के कारण उन पर 10 अंकों की पेनल्टी लगी है।

ऑस्ट्रेलिया को BGT के बचे हुए मैच और फिर श्रीलंका के खिलाफ होने वाली 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। अलग-अलग परिणामों के आधार पर उनके पर्सेंटेज इस प्रकार होंगे:

4 जीत: 67.54%

3 जीत, 1 ड्रॉ: 64.04%

3 जीत, 1 हार: 62.28%

2 जीत, 2 ड्रॉ: 60.53% (भारत से बेहतर स्थिति में)

2 जीत, 1 ड्रॉ, 1 हार: 58.77%

1 जीत, 3 ड्रॉ: 57.02%

इन आंकड़ों के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के पास फाइनल में जगह पक्की करने के बहुत सारे विकल्प हैं।

साउथ अफ्रीका के लिए है होगी सबसे आसान राह

साउथ अफ्रीका की स्थिति WTC फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे मजबूत मानी जा रही है। टीम ने अब तक 10 मैचों में 6 जीत, 3 हार और 1 ड्रॉ के साथ 63.33% पर्सेंटेज बनाए रखा है। साउथ अफ्रीका को पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ 2 में से 1 टेस्ट मैच जीतना है।

अगर साउथ अफ्रीका दोनों मैच जीतता है तो उनका पर्सेंटेज 69.44% होगा जो उन्हें टॉप पर बनाए रखेगा। हालांकि एक भी मैच हारने पर उनकी स्थिति कमजोर हो सकती है। उनके संभावित पर्सेंटेज इस प्रकार हैं:

1-0 से जीत: 63.89%

0-0 से ड्रॉ: 58.33%

0-1 से हार: 55.55%

0-2 से हार: 52.77%


श्रीलंका को चाहिए दूसरों का समर्थन

श्रीलंका की स्थिति काफी कमजोर है, लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। उनके 11 मैचों में 5 जीत और 6 हार से 45.45% पर्सेंटेज है। अगर श्रीलंका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-0 से जीत दर्ज करता है, तो उनका पर्सेंटेज 53.85% हो सकता है। हालांकि इसके लिए उन्हें भारत और साउथ अफ्रीका के खराब प्रदर्शन की उम्मीद करनी होगी।

पाकिस्तान की उम्मीदें कमजोर

पाकिस्तान की फाइनल में पहुंचने की संभावना बहुत कम है। उनके 10 मैचों में 4 जीत और 6 हार के बाद 31.25% पर्सेंटेज हैं। टीम को साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 टेस्ट मैच खेलने हैं। अगर वे सभी 4 मैच जीतते हैं तो उनका पर्सेंटेज 52.38% होगा। लेकिन इसके बावजूद उनको भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा।

4 टीमें दौड़ से बाहर

WTC में 9 टीमों ने हिस्सा लिया था जिसमें से वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड पहले ही फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुके हैं। इनमें वेस्टइंडीज अकेली ऐसी टीम है जो अपनी आखिरी सीरीज शुरू होने से पहले ही रेस से बाहर हो गई थी।

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