दुनियादारी: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को एक प्रस्ताव दिया है, क्रिकेट वेबसाइट 'क्रिकबज' के अनुसार, PCB ने यह सुझाव दिया है कि अगर भारतीय टीम पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर चिंतित है और वहां रुकने से परहेज करती है, तो वह हर मैच के बाद भारत लौट सकती है, और PCB इसमें पूरी तरह से उनकी मदद करेगा। इस प्रस्ताव के तहत भारतीय टीम प्रत्येक मैच के बाद चंडीगढ़ या नई दिल्ली जा सकती है और अगला मैच खेलने के लिए वापस पाकिस्तान आ सकती है।
PCB के इस प्रस्ताव की पुष्टि बोर्ड के एक अधिकारी ने की है। इस प्रस्ताव को लाने का मुख्य कारण भारत के आखिरी दो मैचों के बीच एक सप्ताह का अंतराल होना है, जिससे भारतीय टीम को हर मैच के बाद लौटने और वापस आने के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है। यह कदम दोनों देशों के बीच क्रिकेट को लेकर लंबे समय से चल रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर हुई थी चर्चा
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हाल ही में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा के दौरान भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे को लेकर बातचीत भारत के विदेश मंत्री और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के बीच कई बार हुई। जयशंकर की इस यात्रा के बाद PCB को उम्मीद जगी है कि भारत पाकिस्तान में आकर खेलेगा, हालांकि अभी तक दोनों सरकारों या बोर्डों की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस प्रस्ताव के बाद भारत पाकिस्तान में खेलने पर सहमत होता है या नहीं।
2023 मे पाकिस्तान की टीम आयी थी भारत
पाकिस्तान की टीम हाल ही में 2023 में भारत में वनडे वर्ल्ड कप खेलने आई थी। उस दौरान 14 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच एक हाई-प्रोफाइल मुकाबला हुआ था। भारतीय टीम ने इस मैच में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया था। इस मैच में रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर ने अर्धशतक बनाए थे, जबकि जसप्रीत बुमराह 19 रन देकर 2 विकेट लेते हुए मैन ऑफ द मैच बने थे। यह मुकाबला दोनों देशों के प्रशंसकों के बीच बेहद चर्चित और रोमांचक था।
2008 में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत नही गया पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज की बात करें तो, पाकिस्तान ने 2012-13 में भारत का दौरा किया था, जब दोनों टीमों ने तीन वनडे और दो टी-20 मैच खेले थे। वनडे सीरीज पाकिस्तान ने 2-1 से जीती थी, जबकि टी-20 सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुई थी। इसके विपरीत, भारतीय टीम ने आखिरी बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जब दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट मैच खेले गए थे। उस सीरीज में भारत ने 1-0 से जीत दर्ज की थी, जबकि दो मैच ड्रॉ रहे थे।
गौरतलब है कि 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने से मना कर दिया था। उसके बाद से भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव और सुरक्षा चिंताओं के कारण द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो सकी, और तब से दोनों टीमें केवल ICC (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) और ACC (एशियाई क्रिकेट परिषद) के टूर्नामेंट्स में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेल रही हैं। 2013 से अब तक भारत और पाकिस्तान 13 वनडे और 8 टी-20 मैच न्यूट्रल वेन्यू (तटस्थ स्थल) पर खेल चुके हैं।
पाकिस्तान को मिली चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी
पाकिस्तान को 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी मिली है, और PCB ने टूर्नामेंट के आयोजन स्थल और शेड्यूल का ड्राफ्ट ICC को सौंप दिया है। इस टूर्नामेंट का आयोजन अगले साल फरवरी-मार्च में होगा। ड्राफ्ट के अनुसार, भारत को ग्रुप ए में पाकिस्तान, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है, जबकि ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और अफगानिस्तान की टीमें शामिल हैं। भारत के मैच 20 फरवरी (बांग्लादेश के खिलाफ), 23 फरवरी (पाकिस्तान के खिलाफ), और 2 मार्च (न्यूजीलैंड के खिलाफ) को प्रस्तावित हैं। भारतीय टीम के सभी मैच लाहौर में खेले जा सकते हैं।
‘हाइब्रिड मॉडल' पर आयोजित किया गया था भारत का मैच
यह पहली बार नहीं है जब भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर विवाद हुआ हो। पिछले साल भी पाकिस्तान को एशिया कप की मेजबानी दी गई थी, लेकिन भारत के वहां नहीं जाने के निर्णय के कारण टूर्नामेंट ‘हाइब्रिड मॉडल' पर आयोजित किया गया। भारत के मैच श्रीलंका में कराए गए थे, और फाइनल मुकाबला कोलंबो में हुआ था। फाइनल में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि PCB द्वारा दिया गया यह प्रस्ताव भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों में नई दिशा लेकर आएगा या फिर से राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों के कारण इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।